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हरियाणा: दुल्हन के हाथ से अभी मेंहदी का रंग छूटा भी नहीं और एक ट्राला चालक ने कार को टक्कर मार दी पति की मौके पर मौत

Shiddhant Shriwas
22 Feb 2022 8:46 AM GMT
हरियाणा: दुल्हन के हाथ से अभी मेंहदी का रंग छूटा भी नहीं और एक ट्राला चालक ने कार को टक्कर मार दी पति की मौके पर मौत
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फाइल फोटो 

जानिए पूरा मामला

जनता से रिस्ता वेबडेस्क: हरियाणा के चरखी दादरी के समसपुर गांव के पास सोमवार सुबह करीब छह बजे एक ट्राला चालक ने कार को टक्कर मार दी। दुल्हन के हाथ से अभी मेंहदी का रंग छूटा भी नहीं था कि 16 दिन पहले दूल्हे बने रेवाड़ी के एक्सिस बैंक के कर्मचारी की मौत हो गई। 27 वर्षीय आशुतोष अपनी पत्नी को मायके से लेने दादरी जा रहा था। हादसे ने विवाहिता का सुहाग उजाड़ दिया और दो परिवारों की खुशियां मातम में तब्दील हो गई। हादसे के बाद ट्रॉला चालक फरार हो गया। पुलिस ने मृतक के दादा की शिकायत पर अज्ञात चालक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।

मूलरूप से चरखी दादरी के वार्ड 13 वासी 27 वर्षीय आशुतोष स्वामी अपने परिवार सहित फिलहाल रेवाड़ी में रहता था। वह रेवाड़ी में ही एक्सिस बैंक में कार्यरत था। सोमवार सुबह करीब छह बजे वह अपनी पत्नी रचना को मायके से लाने के लिए चरखी दादरी आ रहा था। रचना का मायका चरखी दादरी में घिकाड़ा रोड पर है। आशुतोष जब अपनी कार से समसपुर गांव के नजदीक बने ब्रेकर के पास पहुंचा तो आगे चल रहे ट्राला में जा टकराई।
प्रत्यक्षदर्शियों व मृतक के परिजनों के अनुसार ट्रॉला चालक लापरवाही से अपना वाहन चला रहा था और उसने अचानक ब्रेक लगा दिए। इससे कार ट्राला में जा टकराई। हादसे के बाद गंभीर हालत में आशुतोष को उपचार के लिए चरखी दादरी नागरिक अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद मृतक के परिजन और सदर थाना पुलिस अस्पताल पहुंची। पुलिस ने मृतक के दादा उग्रसेन के बयान पर ट्रॉला चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाकर हादसा करने का केस दर्ज किया है।
16 दिन पहले हुई थी शादी
मृतक आशुतोष की पांच फरवरी को ही घिकाड़ा रोड पर रहने वाली रचना के साथ शादी हुई थी। शादी को अभी 16 दिन भी नहीं बीते थे और रचना के हाथों की मेहंदी भी नहीं छूटी थी कि हादसे ने उसका सुहाग छीन लिया। दोनों परिवार अभी शादी की खुशियों से निकले भी नहीं थे कि पूरा परिवार शोक में डूब गया। हादसे के बाद दोनों परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। आशुतोष बीते रविवार को ही अपने माता-पिता के साथ रचना को उसके मायके छोड़कर शाम को ही रेवाड़ी चला गया था। सुबह वह रचना को लेने के लिए आ रहा था कि यह हादसा हो गया।
पिता के कंधों पर फिर परिवार की जिम्मेदारी
बैंक कर्मचारी आशुतोष की मौत से एक बार फिर परिवार की जिम्मेवारी उसके पिता महेश स्वामी के कंधों पर आ गई। महेश स्वामी रेवाड़ी में ही एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं। आशुतोष करीब डेढ़ वर्ष पूर्व ही बैंक में नौकरी लगा था। इसके बाद परिवार के पालन पोषण में वह पिता का हाथ बटा रहा था। उसका एक छोटा भाई दीपांशु है, जो अभी पढ़ रहा है।
समसपुर के पास सड़क हादसा हुआ है। मृतक आशुतोष के दादा उग्रसेन के बयान पर केस दर्ज किया गया है। ट्रॉला चालक लापरवाही से वाहन चला रहा था। जिस कारण यह हादसा हुआ। ट्रॉला चालक की तलाश की जा रही है।
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