हरियाणा

हरियाणा: आपदा प्रबंधन के लिए वार्षिक बाढ़ नियंत्रण आदेश तैयार

Suhani Malik
30 July 2022 9:21 AM GMT
हरियाणा: आपदा प्रबंधन के लिए वार्षिक बाढ़ नियंत्रण आदेश तैयार
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ब्रेकिंग न्यूज़: करनाल। जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ से बचाव की तैयारियों को लेकर राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग के जिला कार्यालय ने 140 पृष्ठों के वार्षिक फ्लड कंट्रोल ऑर्डर को तैयार किया है। ताजेवाला हेड से 2.50 लाख क्यूसिक से ज्यादा पानी यमुना नदी में आता है तो जिला स्तर के कंट्रोल रूम में बाढ़ की चेतावनी आ जाती है। इससे ज्यादा इजाफा होता है तो भी उससे निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारी कर ली है। इसी के चलते जिले के राहड़ा, बंदराला, बाहरी, अरड़ाना, गंगाटेहड़ी तथा कमालपुरा गड़रियां में रिंग बांधों की मरम्मत करवाई गई है। सिंचाई विभाग द्वारा बाढ़ बचाव के शॉर्ट, मीडियम और लांग टर्म कार्यों पर 27 करोड़ 56 लाख 42 हजार रुपये की राशि खर्च की गई है। इसमें दो शॉर्ट टर्म के, दो लांग टर्म और 11 मीडियम टर्म के कार्य शामिल हैं। शॉर्ट टर्म के दो कार्यों में कुंडा कला कांप्लेक्स पर 8 पुराने स्टोन स्टडों की मरम्मत और लालूपुरा कांप्लेक्स पर आठ नए स्टोन स्टड बनाए गए हैं। इसके ऊपर 3 करोड़ 96 लाख 6 हजार रुपये की राशि खर्च हुई है। इन उपायों से यमुना के साथ लगती कृषि भूमि को बचाया जा सकेगा। इसी प्रकार कैरवाली से मुंडोगढ़ी ड्रेन के आरडी 0 से 42500 तक सफाई, गहराई व मजूबती की गई है और इंद्री एस्केप ड्रेन की बुर्जी नंबर 145000 से 159000 तक की भी सफाई की गई है। इन पर 17 करोड़ 44 लाख 32 हजार रुपये की राशि खर्च हुई है। मीडियम टर्म के 11 कार्य में स्योड़ी माइनर पर ड्रेनज साइफन बनाया गया है। वर्षा के पानी को रिचार्ज करने के लिए 107 बोरवेल बनाए गए हैं। बजीदा ड्रेन की एक नंबर कन्वर्ट की रिमॉडलिंग की गई है। ड्रेन नंबर एक सुदृढ़ीकरण और इंद्री ड्रेन के किनारों का सुदृढ़ीकरण किया गया है। मीडियम टर्म के इन कार्यों में धनौरा क्रीक पर कुंजपुरा तटबंध के अपोजिट एक कोज-वे (पुलिया) बनाई गई है। इन कार्यों पर 6 करोड़ 16 लाख 4 हजार रुपये की राशि खर्च की गई है।

यहां स्थापित किए जा सकते हैं इवेक्यूएशन सेंटर बाढ़ की स्थिति में करनाल के जड़ौली, मोहीदीनपुर व नलवीखुर्द, इंद्री के गढ़ीबीरबल व बयाना तथा घरौंडा के मुंडोगढ़ी, सदरपुर व गढ़ीभरल में इवेक्यूएशन सेंटर स्थापित किए जा सकते हैं। इसके साथ ही गांवो में विलेज डिजास्टर कमेटी बनाई गई हैं। निवर्तमान सरपंच कमेटी के चेयरमैन हैं और ग्राम सचिव को कमेटी का नोडल अफसर बनाया गया है। पटवारी, नबंरदार, एससी पंच, बीसी पंच, महिला पंच, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्वयं सहायता समूह की हैड, स्कूल प्रतिनिधि और भूतपूर्व सैनिक को कमेटी में बतौर सदस्य शामिल किया गया है।

बाढ़ बचाव उपकरणों की उपलब्धता जिले में पर्याप्त मात्रा में किश्तियां, ओबीएम, चप्पू, कुंडे, लाइफ जैकेट, ट्रेलर, टूलकिट, आयल टैंकर, ट्यूब, अस्का लाइट, सर्च लाइट और रस्सियां उपलब्ध हैं। इसी प्रकार जेटिंग मशीन, सुपर सकर मशीन तथा 34 सरकारी व गैर-सरकारी जेसीबी हैं। पांच सीवर क्लीनिंग मशीन भी उपलब्ध हैं। पानी निकासी के लिए 48 डीजल तथा 47 विद्युत चालित पंप सही हालत में उपलब्ध हैं। जिले में 5 गोताखोर भी हैं। करीब 10 कर्मचारियों को बाढ़ से बचाव का प्रशिक्षण भी दिया गया है। बीते वर्षों में जिले में बाढ़ की स्थिति वर्ष 1978 में यमुना में 7.14 लाख क्यूसिक रिकॉर्ड पानी से बाढ़ आई थी और इससे भारी नुकसान वर्ष 2010 में 7.45 लाख क्यूसिक पानी यमुना में आया, जिसने 38 साल का रिकॉर्ड तोड़ा वर्ष 2013 में भी रिकॉर्ड 8 लाख 6 हजार 464 क्यूसिक पानी यमुना में आया, करनाल में भारी नुकसान वर्ष 2014 में अधिकतम 1 लाख 28 हजार 339 क्यूसिक पानी आया वर्ष 2015 में 1 लाख 1 हजार 360 क्यूसिक पानी आया वर्ष 2016 में 4983.80 क्यूसिक पानी आय वर्ष 2017 में 1 लाख 47 हजार क्यूसिक पानी आया वर्ष 2018 में 6 लाख 5 हजार क्यूसिक पानी आया वर्ष 2019 में 8 लाख 28 हजार क्यूसिक पानी यमुना में रिकॉर्ड किया गया

करनाल में तैयारी के कारण नुकसान नहीं मोबाइल वायरलेस स्टेशनों की स्थापना इंद्री उपमंडल में गढ़पुर टापू कांप्लेक्स कुंजपुरा में जम्मूखालां कांप्लेक्स और घरौंडा के मुंडोगढ़ी कांप्लेक्स में मोबाइल बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष सेक्टर-12 के जिला सचिवालय में डीआरओ ऑफिस में बनाया गया है। जिसका संपर्क नंबर 0184-2267271 है। जिला मुख्यालय पर पुलिस कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है, जिसका संपर्क नंबर 0184- 2267700 है। इंद्री फ्लड कंट्रोल रूम में संपर्क नंबर 94163-22058 तथा 94165-६७८५३ करनाल के कंट्रोल रूम में संपर्क नंबर 98964-53960 तथा 94662-६९५५१ घरौंडा के फ्लड कंट्रोल रूम के लिए संपर्क नंबर 94165-66321 तथा 97293-20836हमने बाढ़ बचाव कार्य के लिए तैयारी पूरी कर ली है। इसके लिए राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग के जिला कार्यालय द्वारा वार्षिक फ्लड कंट्रोल ऑर्डरतैयार किया गया है। बाढ़ बचाव के शॉर्ट, मीडियम और लांग टर्म कार्यों पर 27 करोड़ 56 लाख 42 हजार रुपये की राशि खर्च की गई है। इसमें दो शॉर्ट टर्म के, दो लांग टर्म और 11 मीडियम टर्म के कार्य शामिल हैं। अनीश यादव, उपायुक्त, करनाल

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