हरियाणा

हरियाणा न्यूज: एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में जीता गोल्ड, पिता के सपने को साकार कर रही रोहतक की बेटी

Gulabi Jagat
5 July 2022 9:19 AM GMT
हरियाणा न्यूज: एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में जीता गोल्ड, पिता के सपने को साकार कर रही रोहतक की बेटी
x
हरियाणा न्यूज
बेटी को अंतरराष्ट्रीय स्तर की पहलवान बनाने का जो सपना एक पिता ने देखा था, बेटी दंगल में स्वर्णिम खिताब जीतकर उसे साकार कर रही है। यहां हम बात हर रहे हैं रोहतक के रिठाल फौगाट गांव निवासी सुरेंद्र व उनकी पहलवान बेटी दीपांशी की।
दीपांशी ने सोमवार को बहरीन में आयोजित अंडर-15 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में 39 किलोग्राम महिला वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाया है। अपने पहले ही अंतरराष्ट्रीय दंगल में दीपांशी की फुर्तिला प्रदर्शन कर विरोधी को चित कर दिया। दीपांशी के इस प्रदर्शन से उनके स्वजनों में खुशी छाई हुई है।
पिता पहले करते थे पहलवानी
किसान परिवार से संबंध रखने वाली दीपांशी के पिता सुरेंद्र गांव में ही दो एकड़ जमीन पर खेती बाड़ी करते हैं जबकि उनकी मां मीनू गृहणी हैं। दीपांशी की मां मीनू ने बताया कि बच्चों का कुश्ती की ओर रुझान उनके पिता ने कराया। उन्होंने बताया कि बच्चों के पिता सुरेंद्र भी पहले गांव में ही पहलवानी करते थे। लेकिन एक समय जब घर की जिम्मेदारियां बढ़ी तो उन्होंने खुद पहलवानी छोड़ दी और अपनी बेटी को अंतराष्ट्रीय पहलवान बनाने की ठान ली। जिसके बाद से वह बच्चों पर पूरा ध्यान देने लगे। उन्होंने गांव में ही भीम फौगाट कुश्ती एकेडमी में दीपांशी, उनकी छोटी बहन मिनाक्षी व भाई प्रिंस को भेजना शुरू कर दिया। अब ये तीनों बच्चे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
2017 में शुरू की कुश्ती
दीपांशी की प्रतिभा को कोच भीम फोगाट व सुनील ने 2017 में उस समय ही पहचान लिया था जब वह एकेडमी में प्रैक्टिस करने आने लगी थी। अब तो दीपांशी अपनी छोटी बहन व भाई को भी कुश्ती के दांव-पेंच बताती है। तीनों बच्चे माडल संस्कृति राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सांघी में पढ़ते हैं। दीपांशी जहां नौवीं कक्षा की छात्रा हैं। वहीं मीनाक्षी छठी व प्रिंस तीसरी कक्षा के विद्यार्थी हैं। तीनों बच्चे गांव में ही रोजाना करीब चार घंटे कुश्ती की प्रैक्टिस करते हैं।
छोटी उम्र में बड़ी उपलब्धि
13 वर्षीय दीपांशी छोटी उम्र में ही बड़ी उपलब्धि हासिल कर रही है। उन्होंने अब तक अनेक मेडल जीते हैं। जिनमें से ज्यादातर स्वर्ण पदक हैं। इसी साल बिहार के पटना में हुई अंडर-15 नेशनल प्रथम रैंकिंग कुश्ती सीरीज में गोल्ड मेडल जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया। रिठाल गांव की बेटी 13 वर्षीय दीपांशी ने 2021 में नेशनल में गोल्ड मेडल जीता और 2022 में भी गोल्ड मेडल जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। गांव के कोच भीम फोगाट व सुनील ने बताया दीपांशी में प्रतिभा कूट कूट कर भरी है।
Next Story