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परस्पर सहयोग और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से हरियाणा सरकार और उज्बेकिस्तान सरकार ने आज फ्रेमवर्क फॉर कोलैबोरेशन (एफएफसी) पर हस्ताक्षर किए। एफएफसी का उद्देश्य उज्बेकिस्तान और भारत के लोगों के बीच परस्पर समझ और दोस्ती को मजबूत करना है। हरियाणा सरकार की ओर से एफएफसी पर विदेश सहयोग विभाग के प्रधान सचिव योगेंद्र चौधरी तथा उज़्बेकिस्तान गणराज्य के फ़रग़ना क्षेत्र के उप राज्यपाल इकबोलजोन एर्गाशेव द्वारा हस्ताक्षर किए गए। यह एफएफसी ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स, व्यापार, विज्ञान, शिक्षा, पर्यटन, संस्कृति, ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण और अनुसंधान, कौशल विकास तथा व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में सामूहिक प्रयासों के माध्यम से फ़रग़ना और हरियाणा के मध्य परस्पर सहयोग बनाने में मदद करेगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वैश्विक स्तर पर हरियाणा की पहचान बनाने और निवेशकों के लिए हरियाणा को पसंदीदा गंतव्य के रूप में स्थापित करने के दृष्टिगत विदेश सहयोग विभाग का गठन किया है। विदेश सहयोग विभाग अपनी "गो-ग्लोबल अप्रोच" के माध्यम से विदेशों के साथ विभिन्न स्तरों पर परस्पर समझ और सहयोग स्थापित कर सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। योगेंद्र चौधरी ने कहा कि हरियाणा को ऑटोमोबाइल, शिक्षा, कौशल विकास, व्यापार और निवेश जैसे क्षेत्रों में एक प्रमुख और अग्रणी राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के विज़न को साकार करने और लागू करने में फ्रेमवर्क फॉर कोलैबोरेशन एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके अलावा, यह आर्थिक और सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए दोनों क्षेत्रों के बीच एक्सचेंज कार्यक्रमों को सुगम बनाने में भी सहायक सिद्ध होगा।
आज हरियाणा भवन, नई दिल्ली में बैठक आयोजित की गई। बैठक में एफएफसी में चिह्नित क्षेत्रों में सहयोग के लिए आगामी रणनीतियों पर चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता हरियाणा के रेजिडेंट कमिश्नर संजय जून ने की। बैठक में उज़्बेकिस्तान गणराज्य के फ़रग़ना क्षेत्र के उप राज्यपाल इकबोलजोन एर्गाशेव, भारत में उज़्बेकिस्तान दूतावास के काउंसलर इमोम सलीमोव और एज़मजोन मंसूरोव, फ्सर्ट सेक्रेटरी, दूतावास, हरियाणा विदेश सहयोग विभाग के महानिदेशक अनंत प्रकाश पांडे, सलाहकार पवन चौधरी शामिल हुए।
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