Gurugram: हिट एंड रन के मामले में चार पीड़ितों को मिली आर्थिक मदद

गुरुग्राम: जिले में हिट एंड रन के 102 मामलों में लोगों ने क्लेम के लिए आवेदन किया है, जिसमें सिर्फ दो पीड़ितों को क्लेम मिला है जबकि दो की प्रक्रिया चल रही है। 98 मामलों की पुलिस जांच चल रही है।
हिट एंड रन मोटर दुर्घटना मुआवजा योजना-2022 के अनुसार पीड़ित की मौत पर दो लाख रुपये और गंभीर चोट के लिए 50 हजार रुपये देने का प्रावधान है। जिले में दिल्ली-जयपुर हाईवे समेत अन्य सड़कों पर जरा सी लापरवाही वाहन चालकों पर भारी पड़ रही है। यातायात पुलिस सड़क हादसों को कम करने को लेकर लगातार कदम उठा रही है। हाईवे समेत अन्य सड़कों पर ब्लैक स्पॉट को दूर करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि, स्टेट हाईवे पर भी वाहन चालक सुरक्षित नहीं हैं। ज्यादातर सड़कों पर तय मानक के अनुसार स्पीड ब्रेकर व यातायात संबंधी साइनेज का अभाव है। ऐेसे में अक्सर छोटे-बड़े सड़क हादसे होते हैं। पिछले साल 1026 सड़क हादसों में 428 लोगों की मौत हो गई थी। कई बार सड़क हादसों में वाहन चालक हादसे के बाद पीड़ित को मौके पर छोड़कर भाग जाते हैं। ऐसे में पीड़ित को समय पर चिकित्सा सेवा नहीं मिल पाती है। दूसरा ऐसे वाहन चालकों के पता लगाने में पुलिस को परेशानी होती है।
हाल में हुई जिला सड़क सुरक्षा कमेटी की बैठक में इस बार हिट एंड रन के मुआवजा से जुड़े मामलों को रखा गया था। बैठक की अध्यक्षता कर रहे उपायुक्त अजय कुमार ने ऐसे मामलों को त्वरित निपटारा करने को कहा है। उपायुक्त ने डीटीओ सह सचिव आरटीए को संबंधित एसडीएम के अधिकार क्षेत्र के अनुसार डाटा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
बैठक में बताया गया कि प्राप्त दावों की कुल संख्या 102 है, जबकि स्वीकृत दावों की संख्या दो और दो मामले प्रक्रियाधीन हैं। वहीं, 98 मामले पर कार्रवाई चल रही है। मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा-161 के तहत केंद्र सरकार ने हिट एंड रन मामलों में मुआवजा योजना बनाई है और यह योजना एक अप्रैल, 2022 से लागू है। ये मुआवजा योजना हिट एंड रन के उन मामलों के लिए है, जहां वाहन टक्कर मारकर भाग जाते हैं और पता नहीं चल पाता कि किस वाहन ने टक्कर मारी है।
जिले में साल 2024 में 1026 हादसे हुए: उल्लेखनीय है कि जिले में साल 2024 में 1026 हादसे हुए और 428 की मौत हो गई थी। राष्ट्रीय राजमार्गों पर 44 फीसदी दुर्घटनाएं हुईं। सड़क हादसों में 41 फीसदी बाइक सवारों की मौत हुई थी। पिछले साल 173 दोपहिया वाहन चालकों की मौत हुई थी। वहीं, सड़क हादसों में 21 कार सवारों की मौत हुई थी। साल 2023 में 1190 हादसे हुए थे जबकि, 439 लोगों की मौत हुईं थी।
