सरकार को किसानों की समस्याओं व जरूरतों की कोई परवाह नहीं: ओमप्रकाश चौटाला
हरयाणा न्यूज़: इनेलो प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार को किसानों की समस्याओं व जरूरतों की परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को किसान वर्ग से बातचीत करके उनकी मांगे माननी चाहिए। इनेलो प्रमुख शुक्रवार को नारनौंद क्षेत्र के खेड़ी गांव में कपास की फसल बर्बाद होने पर मुआवजे की मांग पर तहसील कार्यालय पर 17 गांवों के किसानों द्वारा दिए जा रहे धरने पर किसानों को संबोधित कर रहे थे धरनारत किसानों को संबोधित करते हुए इनेलो प्रमुख ने कहा कि किसान संघर्ष से पीछे नहीं हटते हैं और वो सरकार को अपनी बात मनवाने के लिए मजबूर कर देते हैं। भारत की आय का मुख्य साधन खेती है। अगर किसान खुशहाल है तो देश मालामाल है और यदि किसान कंगाल है तो फिर देश का बुरा हाल है। प्रकृति की तरफ से नफा नुकसान होते रहते हैं, लेकिन सत्ता में बैठे लोगों की जिम्मेवारी होती है कि वो लोगों के दुख-दर्द और मुसीबत में उनका साथ दें। किसानों के समर्थन से प्रदेश में आपकी सरकार बनी थी और उस साल बाजरे की भरपूर फसल थी लेकिन केंद्र ने निर्धारित दाम पर बाजरा खरीदने से मना कर दिया था। उस समय इनेलो की सरकार ने किसानों की फसल का एक-एक दाना खरीदने का काम किया।
ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि प्रदेश व केंद्र सरकार लगातार किसानों के हितों के खिलाफ निर्णय ले रही है, जिसके चलते किसान लगातार आंदोलनरत हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को पूंजीपतियों के हितों की तो चिंता है, लेकिन किसानों की उसे कोई परवाह नहीं है। इसलिए इस गुंगी-बहरी सरकार को जगाने के लिए आंदोलन जरूरी है। उन्होंने कहा कि इनेलो किसानों के साथ है और किसानों के हर आंदोलन में इनेलो का एक-एक कार्यकर्ता अपना सहयोग देगा। इनेलो सुप्रीमो औमप्रकाश चौटाला ने धरना कमेटी को सहयोग के रूप में 51 हजार रुपए की राशि देने की घोषणा की।इस अवसर पर राष्ट्रीय सचिव युद्धवीर आर्य, राष्ट्रीय प्रवक्ता उमेद लोहान, प्रदेश महासचिव राजेश गोदारा, जिलाध्यक्ष सतबीर सिसाय, सुरेश कौथ, राजसिंह मोर, वजीर मोहला, प्रताप मलिक, शमशेर नाडा, संत मोर, राजेश बिल्लू, श्रीपाल, राजकुमार, रामपाल लौरा, कपूर सिंह मलिक, राजीव राजा, भागू नायक, शमशेर खान, दीपक शर्मा व जिला प्रवक्ता रमेश चुघ आदि भी मौजूद रहे।