
नूंह में उपद्रवियों के हमले में जान गंवाने वाले टोहाना के गांव फतेहपुरी निवासी 32 वर्षीय होमगार्ड गुरसेवक सिंह का बुधवार को गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। गुरसेवक के 5 वर्षीय बेटे एकम सिंह ने अपने पिता को अंतिम विदाई देते हुए सेल्यूट किया तो हर कोई भावुक हो गया। अंतिम संस्कार में डीएसपी शमशेर सिंह सहित काफी पुलिसकर्मियों, ग्रामीणों व राजनेताओं ने भाग लेते हुए गुरसेवक सिंह को श्रद्धांजलि दी। ग्रामीणों ने शहीद गुरसेवक सिंह के नारे भी लगाए।
अस्थायी ड्यूटी गुरुग्राम के खेड़की दौला थाने में लगाई गई थी
फतेहपुरी निवासी गुरसेवक सिंह की नूंह में हुई हिंसा में मौत हो गई थी। पिछले महीने उसकी अस्थायी ड्यूटी गुरुग्राम के खेड़की दौला थाने में लगाई गई थी। बताया जा रहा है कि सोमवार को वह पुलिस गाड़ी में गुरुग्राम से मेवात की ओर जा रहे थे तो उपद्रवियों ने गाड़ी पर पथराव व फायरिंग कर दी। इससे दो होमगार्ड की मौत हो गई। इनमें एक गुरसेवक सिंह था। गुरसेवक अपने माता पिता की इकलौती संतान था। उसके दो बच्चे हैं, जिनमे 6 साल की बेटी और 5 साल का बेटा है।
पत्नी को सरकारी नौकरी व परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग
ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार से गुरसेवक के परिवार को आर्थिक सहायता देने और पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि गुरसेवक ही परिवार में कमाने वाला था। अगर परिवार को आर्थिक सहायता और पत्नी को नौकरी नहीं मिली तो परिवार के समक्ष रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा।
तिरंगा नहीं मिलने पर ग्रामीण खफा हुए
फतेहपुरी में होमगार्ड गुरसेवक के दाह संस्कार के दौरान तिरंगा नहीं मिलने पर ग्रामीण खफा हो गए। उन्होंने रोष जताते हुए काफी देर तक एसपी आस्था मोदी के समक्ष नाराजगी जाहिर की। विरोध को देखते हुए बाद में तिरंगा मंगवाया गया और गुरसेवक के पार्थिव शरीर पर तिरंगा ओढ़ाया गया। बाद में यह तिरंगा गुरसेवक के बेटे एकम सिंह को सौंप दिया गया।
