हरियाणा
सड़क हादसें में चार की मौत, कैथल से रेवाड़ी तक शोक की लहर
Gulabi Jagat
18 Oct 2022 12:13 PM GMT

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रविवार की देर शाम को भिवानी-जींद मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा हुआ जिसमें भिवानी के जैन चौक स्थित सुंदरदास मखीजा के परिवार की खुशियां मातम में बदल डाली। उनका बेटा डॉ. गोविंद हिसार के एक निजी अस्पताल में अभी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है तो वहीं इस सड़क हादसे में डॉ. गोविंद की 50 वर्षी पत्नी डॉली, 26 वर्षीय डॉ. साहिल, 50 वर्षीय भाभी रजनी और भाभी रजनी के 11 साल के बेटे आराध्य की मृत्यु हो गई। चंद मिनटों में एक ही परिवार के चार सदस्य एक सड़क हादसे की भेंट चढ़ गए। इस दर्दनाक सड़क हादसे के बाद से ही मखीजा परिवार के घर व पूरे इलाके में मातम पसरा है।
भिवानी के जैन चौक क्षेत्र वासी 85 वर्षीय सुंदरदास भोगड़ी (भाड़ भूनने) का काम करते हैं। उनके परिवार में उनकी 80 वर्षीय पत्नी शीला के अलावा छह बेटे नरेश, गोविंद, सतपाल, ललित, संजय और बाबा और एक बेटी है। डॉ. गोविंद का रेवाड़ी जिले के कोसली में क्लीनिक है और वे कई वर्षों से अपने परिवार के साथ वहीं पर रहते हैं। गोविंद का एक बेटा डॉ. साहिल और एक बेटी है।
डॉ. गोविंद ने पिछ्ले साल अपनी बेटी की शादी कैथल जिले के कलायत में की थी। बेटी के ससुराल पहली दीपावली थी इसलिए परिवार के सदस्य बेटी से मिलने भिवानी से कलायत उनके ससुराल गए थे। डॉ. गोविंद के साथ गाड़ी में उनकी पत्नी 50 वर्षीय डॉली, बेटा साहिल और भाभी रजनी और 11 साल का भतीजा आराध्य भी था। ये सभी बेटी की ससुराल में दीपावली का शगुन देकर लौट रहे थे।
बेटी और उनके पति यानी दामाद व समधी ने गोविंद को रात में रुकने के लिए काफी अनुरोध किया लेकिन गोविंद ने मानने से इनकार कर दिया और सभी घर के लिए निकल पड़े। गांव बास-मदनहेड़ी के बीच मुंढाल की तरफ से जींद जा रहे तभी वो सड़क हादसे का शिकार हो गए। एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी कार व दो बाइकों को टक्कर मार दी। इस सड़क हादसे में कार में सवार गोविंद की पत्नी डॉली, बेटा साहिल, भाभी रजनी और भतीजे आराध्य की मौत हो गई। जबकि गोविंद हिसार के एक निजी अस्पताल में अभी जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।
बुजुर्ग सुंदरदास और उनकी पत्नी शीला को इस दर्दनाक हादसे के बारे में नहीं बताया गया क्योंकि उनकी उम्र काफी है और वो ये सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाएं। हालांकि हादसे के बाद ही रिश्तेदार और परिजन हिसार व हांसी के अस्पताल में शवों का पोस्टमार्टम कराने में लगे हैं। जैन चौक स्थित घर पर भी मातम और सन्नाटा पसरा है। आसपास के लोग भी इस हादसे की जानकारी से सदमे में हैं। वहीं बेटी की ससुराल में भी ये सूचना मिली तो उनकी खुशियां भी मातम में बदल गई।
डॉ. गोविंद के छोटे भाई सतपाल का भिवानी के बिचला बाजार में कपड़े और रेडिमेड कपड़ों का बड़ा कारोबार है। इस सड़क हादसे में सतपाल की पत्नी रजनी और इकलौता बेटा आराध्य भी काल का ग्रास बन गए। परिवार के सदस्यों ने बताया कि आराध्य एकलौता बेटा था सतपाल का उन्होंने बड़ी मन्नतों के बाद उनका बेटा पैदा हुआ। इकलौते बेटे और पत्नी को खोने के बाद सतपाल भी अब अकेला रह गया है। वहीं डॉ. गोविंद की भी अब यही हालत है, उनकी बीवी और इकलौता बेटा उन्हें हमेशा के लिए छोड़कर चले गए हैं। अब परिवार में उनके अलावा उनकी एक शादीशुदा बेटी बची है। डॉ. गोविंद की हालत भी गंभीर बताई जा रही है।
परिजनों ने सोमवार शाम तक सभी चारों का शव भिवानी लाए जाएंगे। इसके बाद ही उनके अंतिम संस्कार की तैयारी होगी। जबकि अधिकतर लोग तो हांसी के अस्पताल में शवों का पोस्टमार्टम कराने गए हैं जबकि कुछ परिजन डॉ. गोविंद के पास हैं। भिवानी में उनके बूढ़े माता-पिता ही हैं। वहीं एक ही परिवार के चार लोगों की मौत के बाद कोसली के व्यापारियों ने भी बाजार को बंद कर दिया है। व्यापारियों का कहना है कि वे मृतकों के अंतिम संस्कार के बाद ही दुकानें खोलेंगे।

Gulabi Jagat
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