रोहतक: पीजीआई के मनोचिकित्सा विभाग में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पाकिस्तान और पीओके के रहने वाले तीन बंदियों को झज्जर जेल से रोहतक पीजीआई लाया (Rohtak PGI Department of Psychiatry) गया. तीनों को इलाज के लिए मेडिकल में रेफर किया गया था. बताया जा रहा था कि पिछले काफी समय से बंदियों के व्यवहार में बदलाव देखा जा रहा था. जिसकी वजह से झज्जर जेल प्रशासन को लगातार इस बात की शिकायत मिल रही थी.
वीरवार को तीनों बंदियों को इलाज के लिए पीजीआई रोहतक लाया गया. इस दौरान पुलिस की तरफ से सुरक्षा कड़ी की गई और साथ ही मेडिकल प्रबंधन ने भी काफी संख्या में सिक्योरिटी गार्ड्स तैनात कर दिए. ओपीडी में इलाज के लिए आए सभी मरीजों को सुरक्षा के लिहाज से थोड़ी देर के लिए बाहर निकाला गया. इस दौरान ये भी बताया गया कि इन तीनों बंदियों ने आपत्तिजनक नारेबाजी भी की. पीजीआई में मनोचिकित्सा विभाग के डॉक्टरों ने इन बंदियों का ऑब्जर्वेशन किया.
इन 3 बंदियों में एक पाकिस्तान का रहने वाला है, जबकि दो पाक अधिकृत कश्मीर (Pakistan occupied Kashmir) के रहने वाले बताए जा रहे हैं. बंदियों का नाम तारिक महमूद, मोहम्मद सईद और निजामुल है. झज्जर जेल से बंदियों को रोहतक पीजीआई लेकर आई झज्जर पुलिस ने इनके बारे में किसी तरह की जानकारी देने से साफ इनकार कर दिया. ये तीनों किस मामले में झज्जर जेल में बंद हैं और कब से बंद हैं. इस बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी गई है.
बताया जा रहा है कि सितंबर 2021 से ये तीनों बंदी झज्जर की जेल में ही बंद (pok prisoners in jhajjar jail) हैं. पिछले काफी दिनों से इनके व्यवहार में बदलाव आया हुआ है. जिसकी वजह से तीनों अजीबो-गरीब हरकतें कर रहे थे. झज्जर जेल प्रशासन को इन तीनों की शिकायतें मिल रही थी. लिहाजा तीनों को मानसिक इलाज के लिए रोहतक पीजीआई लाया गया था. पीजीआई डॉक्टर्स के ऑब्जरवेशन के बाद फिर से पुलिस तीनों को झज्जर जेल ले गई.