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वन विभाग और हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नहीं उठाए अब तक कोई सख्त कदम, बढ़ा बीमारियों का खतरा

Kunti Dhruw
17 Jan 2022 9:48 AM GMT
वन विभाग और हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नहीं उठाए अब तक कोई सख्त कदम, बढ़ा बीमारियों का खतरा
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बंधवाड़ी के कूड़ा निस्तारण प्लांट के आसपास लगते एरिया की स्थिति बेहद खराब हो गई है।

गुरुग्राम: बंधवाड़ी के कूड़ा निस्तारण प्लांट के आसपास लगते एरिया की स्थिति बेहद खराब हो गई है। कचरे के प्रेशर से प्लांट की दीवार ढह गई है, जिस वजह से अब कचरे से निकलने वाला विषैला पानी अरावली पर्वत श्रृंखला में जा रहा है। पर्यावरणविदों का आरोप है कि, अरावली का यह हिस्सा रिचार्ज जोन है। यदि भूजल प्रदूषित होता है तो आसपास लगते एरिया में गंभीर बीमारियां फैल सकती हैं। आरोप है कि शिकायत देने के बावजूद वन विभाग और हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Haryana Pollution Control Board) के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।

10 जनवरी को एनबीटी ने अरावली में फिर पहुंचा बंधवाड़ी कूड़ा प्लांट से जहरीला पानी शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। मामला सामने आने के बाद वन विभाग और हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से कोई सख्त विभागीय कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। अब यहां स्थिति बद से बदतर हो गई है।
गुड़गांव-फरीदाबाद एक्सप्रेसवे (Gurugram-Faridabad Expressway) से इस कचरा निस्तारण प्लांट के साथ से निकल रहे रेवन्यू रास्ते से मांगर के बनी मंदिर या धौज गांव की तरफ ग्रामीण जाते थे, लेकिन अब इस रास्ते पर काला पानी फैला हुआ है। वाहन लेकर तो दूर पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया है। पर्यावरणविदों का कहना है कि, यदि जल्द इस तरफ ध्यान नहीं दिया तो भविष्य में गंभीर बीमारियों का सामना गुडग़ांव, फरीदाबाद और दिल्ली के निवासियों को करना पड़ सकता है।
गांववालों का रास्ता भी हुआ बंद
पर्यावरणविद् वैशाली राणा चंद्रा ने कहा कि, बंधवाड़ी कूड़ा निस्तारण प्लांट से भूमि, भूजल और वातावरण प्रदूषित हो रहा है। इसके संचालन के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन अभी भी लाखों मिट्रिक टन कचरा यहां पड़ा है। अब यह कचरा और इससे निकल रहा जहरीला पानी अरावली में फैलने लगा है। ये जीव-जंतुओं के लिए खतरा है।

जहरीले पानी पर पर्यावरणविद् विवेक कंबोज ने कहा कि, पहले तो यह कूड़ा निस्तारण प्लांट गलत जगह पर बनाया है। ये रिचार्ज जोन है। बरसात के पानी से भूजल रिचार्ज होता है। अब अधिकारियों की लापरवाही से काला पानी इस रिचार्ज जोन में जा रहा है। इससे गुड़गांव, फरीदाबाद और दिल्ली का भूजल प्रदूषित हो जाएगा। इस पानी को पीने से गंभीर बीमारियां फैलेंगी।

मौजूदा स्थिति की जानकारी मिली है। एईई आकांक्षा तंवर को मौके का निरीक्षण करने के आदेश दिए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
कुलदीप सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
पर्यावरणविद् धीरज तंवर ने कहा कि, कूड़ा निस्तारण प्लांट के साथ-साथ रेवेन्यू रास्ता है, जहां से गवाल पहाड़ी, घाटा और बंधवाड़ी गांव के लोग मांगर बनी या गांव धौज की तरफ जाते हैं, लेकिन अब इस रास्ते में जहरीला पानी जगह-जगह फैला है। इससे भूमि और भूजल प्रदूषित हो रहा है।


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