फतेहबाद: ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से दो लोगों की मौत, 30 घायल
ब्रेकिंग न्यूज़: हरियाणा के फतेहाबाद के गांव इंदाछोई से ट्रैक्टर-ट्रालियों पर सवार होकर माता नैना देवी के दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं की ट्रैक्टर-ट्रॉली पंजाब के कीरतपुर साहिब हाईवे से उतरते समय पलट गई। इस भयंकर हादसे में इंदाछोई के 20 साल के युवक व 42 साल के ग्रामीण की मौत हो गई और 30 के करीब महिला व पुरुष श्रद्धालु घायल हो गए। रात को जैसे ही इस हादसे की सूचना गांव में पहुंची तो गांव में मातम पसर गया। श्रद्धालुओं के परिजन तुरंत हादसा स्थल की ओर निकल गए। मामले के मुताबिक शनिवार सुबह 11 बजे गांव से ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ एक और ट्रॉली को जोड़कर उसमें सवार होकर करीब 60 लोग जिसमें महिलाएं व पुरुष श्रद्धालु माता नैना देवी के दर्शन के लिए रवाना हुए थे। शनिवार शाम के समय करीबन 7 बजे कीरतपुर साहिब हाईवे पर पड़ती एक ढलान के पास नीचे उतरते समय ट्रैक्टर-ट्रॉली का संतुलन बिगड़ गया, जिससे एक ट्रॉली पलट गई। हादसे में गांव इंदाछोई निवासी 42 वर्षीय ग्रामीण जागर सिंह व 20 वर्षीय शेखर की मौके पर ही मौत हो गई। गांव बड़ा पिड की ढलान उतरते समय हुआ हादसा
जब ट्रैक्टर गांव बड़ा पिड की ढलान उतर रहा था तो अचानक ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ गया, जिसके बाद ट्राली पलट गई। ट्रैक्टर तो जैसे तैसे पलटने से बच गया, लेकिन ट्रॉली के पलटते ही वहां हाहाकार मच गया। लोगों के चीखने चिल्लाने की आवाजें सुन जहां आसपास के लोग बचाव के लिए भागे। वहीं थोड़ी दूरी पर स्थित भरतगढ़ पुलिस चौकी के जवान भी एएसआई राजिंदर कुमार के नेतृत्व में मौके पर पहुंचे और पलटी हुई ट्रॉली से घायलों को निकलने में जुट गए। हादसे में 30 महिलाओं व पुरुषों के घायल होने की सूचना है तथा पुलिस आगामी कार्रवाई कर रही है। हादसे की सूचना के बाद मृतकों व घायलों के परिजन मौके पर पहुंच गए हैं तथा आगामी कार्रवाई में जुट गए हैं।
घायलों को वहीं के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं गंभीर रुप से घायल गांव इंदाछोई निवासी प्रवीन कुमार व तीन अन्य लोगों को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में लाया गया है। गांव में पसरा मातम हादसे का पता चलने पर गांव में मातम पसर गया। घायलों के परिजनों में हाहाकार मचा हुआ था। रात को ही परिजन घटना स्थल की ओर निकल गए थे। रविवार को पूरे गांव में मायूसी का माहौल रहा और जिन लोगों के परिवार के सदस्य चले गए, उनके घरों में चित्कार व सिसकियां सुनने से गांव के लोगों का कलेजा बैठा जा रहा था।