फतेहाबाद: भिंडी तोडऩे वाले मजदूरों ने मजदूरी बढ़ाने को लेकर किया जमकर प्रदर्शन
हरयाणा: जाखल खंड के साधनवास, म्योंद कला, सिधानी, चांदपुरा सहित अन्य गांव के लोगों ने शनिवार को गांव साधनवास से बड़ी म्योंद व कुलां को जाने वाली मुख्य सड़क के घग्गर नदी के पुल पर 5 घंटे तक धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे मजदूरों ने बढ़ रही महंगाई के कारण भिंडी तोडऩे की मजदूरी को 20 प्रति किलो बढ़ाने की मांग की। अंबेडकर अधिकार मंच ने भी इन मजदूरों की मांगों का समर्थन किया। बिकर सिंह, अमरीक, रिन्कू, वीर सिंह आदि ने कहा कि बढ़ती महंगाई के कारण मजदूरों की कम मजदूरी मिलने पर वे परेशान है।
मजदूरों की मांगों को लेकर आज सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया है। इसके बाद भी अगर मजदूरों की मांगों को नहीं माना गया तो वे बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। प्रदर्शन कर रहे मजदूर रानी, महिंद्रा, चरणजीत कौर, कमलादेवी, मितो व मजदूर संघ के प्रधान खुशीराम आदि ने कहा कि वह लंबे समय से पुराने रेटों पर ही भिंडी को तोड़ रहे हैं परंतु बढ़ रही महंगाई के बावजूद उनकी मजदूरी को अभी तक नहीं बढ़ाया जा रहा। इसके कारण जहां रसोई का सामान जैसे सरसों का तेल, रिफाइंड, दालें अन्य सामान के भाव आसमान को छू रहे है वहीं उनके द्वारा रखे जा रहे पशुओं के लिए भी तूड़ी आदि भी अब बहुत ही महंगे दामों पर खरीदनी पड़ रही है। इसके अलावा बच्चों की फीस व घर का गुजारा इतनी कम मजदूरी में कर पाना मुश्किल हो गया है। उन्होंने मांग की कि इस समय भिंडी तोडऩे की मजदूरी को 20 रुपये प्रति किलो किया जाए या फिर 500 रुपये दिहाड़ी की जाए।