
Haryana: स्थानीय पुलिस ने आज चार लोगों की गिरफ्तारी के साथ एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश करने का दावा किया है जो फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था और बैंक प्रतिनिधि बनकर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर देशभर में लोगों को ठग रहा था। आरोपियों के पास से सात मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और क्रेडिट कार्ड की जानकारी से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए हैं। गिरोह पर साइबर धोखाधड़ी के जरिए पीड़ितों को ठगने का आरोप है। डीएसपी रवींद्र सिंह ने बताया कि आरोपियों की पहचान दिल्ली के अजीत मांझी, संदीप, संजय उर्फ लल्ला और बिहार के सिवान जिले के विकास के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि गिरोह विभिन्न राज्यों में साइबर धोखाधड़ी के 100 से अधिक मामलों में शामिल रहा है। डीएसपी ने बताया, "यह मामला तब प्रकाश में आया जब फिधेड़ी गांव के अमित यादव ने शिकायत दर्ज कराई कि 9 मई को उन्हें एक महिला का फोन आया, जिसने खुद को बैंक की एग्जीक्यूटिव बताया। उसने बताया कि क्रेडिट कार्ड के चार्ज का रिफंड उनके ईमेल पर भेजा गया है और उनके मेल पर भेजे गए ओटीपी के बारे में पूछा। ओटीपी शेयर करने पर उनके क्रेडिट कार्ड से 1,03,300 रुपये की धोखाधड़ी की गई। उन्होंने साइबर पुलिस स्टेशन, रेवाड़ी में शिकायत दर्ज कराई।" इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। साइबर पुलिस स्टेशन के प्रभारी इंस्पेक्टर फूल कुमार और एसआई नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने जांच की। इसके बाद टीम ने दिल्ली और बिहार से चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की।
