हरियाणा

शराब ठेकेदार से जबरन वसूली, पुलिसकर्मी पर केस दर्ज

Gulabi Jagat
13 July 2022 8:21 AM GMT
शराब ठेकेदार से जबरन वसूली, पुलिसकर्मी पर केस दर्ज
x
जबरन शराब लेने और मंथली वसूलने की शिकायत पर साढौरा थाना के तत्कालीन इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसकर्मियों पर जबरन वसूली व करप्शन एक्ट के तहत के दर्ज हुआ है। यह कार्रवाई साढौरा क्षेत्र के शराब ठेकेदार नरेंद्र कुमार की शिकायत पर हुई है।
उन्होंने मामले को लेकर डीजीपी को शिकायत दी थी। जिसके बाद मामले की जांच चल रही थी। शिकायत में इंस्पेक्टर समेत सात पुलिसकर्मियों के नाम दिए गए थे। जांच में तीन पुलिसकर्मियों की कोई संलिप्ता नहीं मिली। जिस पर उन्हें बाहर कर दिया गया। साढौरा थाना प्रभारी धर्मपाल ने बताया कि इंस्पेक्टर रामफल, एएसआइ जितेंद्र, ईएसआइ सुरेंद्र सिंह व एएसआइ प्रवीण पर करप्शन एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। डीएसपी हेडक्वार्टर ने इस मामले की जांच की थी।
कुरुक्षेत्र में पोस्टिड है रामफल
बता दें कि रामफल 17 नवंबर 2021 से 25 फरवरी 2022 तक साढौरा थाने में तैनात रहे। वह अब कुरुक्षेत्र में पोस्टिड है। एएसआइ प्रवीण पुलिस लाइन में है। उस समय प्रवीण बतौर ड्राइवर तैनात था। जबकि ईएसआइ सुरेंद्र सिंह बतौर सिक्योरिटी एजेंट यहां पर तैनात है। एएसआइ जितेंद्र फिलहाल साढौरा थाना में तैनात हैं।
पुलिसवालों ने की महंगी शराब और रुपये की मांग
ठेकेदार नरेंद्र कुमार की ओर से दी गई शिकायत में बताया गया था कि उसका साढौरा क्षेत्र में शराब का ठेका है। आरोप था कि पुलिसकर्मी उससे महंगी शराब और रुपये की मांग करते रहे। एक पुलिसकर्मी उसके ठेके पर आता और एक पेटी शराब लेता। पैसे की भी उगाही की जाती। कई बार उसने विरोध किया, तो पुलिसकर्मी ने उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दे देते। यहां तक कि उसे थाने में भी प्रताड़ित किया गया। अारोप था कि हेड कांस्टेबल उससे पूर्व इंस्पेक्टर के नाम पर हर माह 20 हजार रुपये और एक पेटी अंग्रेजी शराब लेता था। पांच हजार रुपये अपने लिए लेता था।
डीजीपी से की मामले की शिकायत
पुलिसकर्मी ने उसे फोन कर कहा था कि नया इंस्पेक्टर आया है और उससे ज्यादा पैसे की मांग की है। मना करने पर पुलिसकर्मी ने उसे धमकाया और कहा यदि मंथली नहीं बढ़ाई तो उसे क्षेत्र में काम करने नहीं दिया जाएगा। जिस पर उसने परेशान होकर डीजीपी को शिकायत दी थी। रिकार्डिंग भी उसने शिकायत के साथ दी थी। इस शिकायत पर ही डीएसपी हेडक्वार्टर ने जांच की।
आबकारी इंस्पेक्टर को भी रिश्वत लेते पकड़वा चुका नरेंद्र
इससे पहले दस जून को आबकारी इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह को विजिलेंस ने रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा था। इस इंस्पेक्टर को भी ठेकेदार नरेंद्र कुमार की शिकायत पर पकड़ा गया था। आरोप था कि आबकारी इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह उनसे 20 हजार रुपये मंथली की मांग कर रहा है। जिस पर विजिलेंस ने जाल बिछाकर उसे 20 हजार रुपये के साथ रंगेहाथ पकड़ा था।
Next Story