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यमुनानगर। ई-टेंडरिंग को लेकर सरपंचों का विरोध जारी है। इसी विरोध के बीच हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ई टेंडरिंग को सरपंचों के हित में बताया है। उन्होंने कहा कि कुछ ही लोग है। जो इस व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं। इसे ज्यादातर सरपंच समझ चुके हैं। ई-टेंडरिंग के माध्यम से पारदर्शिता से काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले विकास कार्यों की इंक्वायरी अधिकारियों और ठेकेदारों से होगी। पहले की तरह सरपंचों को कोई परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। इसके अच्छे परिणाम होंगे और काम भी अच्छा होगा।
बता दें कि शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि सरपंच के पास पूरे 20लाख रुपए की पावर है। सारा काम सरपंच के मार्गदर्शन में ही होगा,लेकिन वह काम को स्वयं ना करके टेंडर के जरिए काम करेगा। उन्होंने कहा कि मैं नहीं समझता कि सरपंच को कोई परेशानी होगी। क्योंकि जब टेंडर से काम होगा तो जिम्मेदारी ठेकेदार की होगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि गांव की पंचायतों में 50% स्थान महिलाओं के लिए आरक्षित है। पुरुष तो इंक्वायरी की चिंता नहीं करते है लेकिन महिलाओं के बारे में परिवार बहुत चिंतित हो जाता है कि इंक्वायरी शुरू हो गई है। अब सरपंच किसी प्रकार की भी इंक्वायरी से बचेंगे और बेझिझक अच्छा काम होगा और परिणाम भी अच्छे होंगे।
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