भिवानी: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (haryana board of school education) के अध्यक्ष डॉक्टर जगबीर सिंह ने बताया कि कक्षा 9वीं से 12वीं के परीक्षार्थियों के एनरोलमेंट के लिए संबंधित विद्यालयों को वर्ष-2021 में हिदायतें दी गई थी, कि वो एनरोलमेंट फार्म के साथ ही पास एसएलसी ऑनलाइन अपलोड करें. कुछ विद्यालयों द्वारा ऑनलाइन एनरोलमेंट फार्म भरते समय शिक्षा बोर्ड द्वारा वांछित दस्तावेज जमा नहीं करवाए गए.जिसके कारण बोर्ड ने ऐसे 2600 परीक्षार्थियों का मार्च-2022 का परीक्षा परिणाम रोका था. जिसके बाद कुछ विद्यालयों द्वारा परीक्षार्थियों के एनरोलमेंट से संबंधित वांछित दस्तावेज जमा करवा दिए गए हैं, उनका मार्च-2022 का परिणाम घोषित कर दिया गया है, लेकिन अभी भी करीबन 1500 परीक्षार्थियों के दस्तावेज बोर्ड कार्यालय में जमा नहीं करवाए गए हैं, जिनका परिणाम अभी भी आरएलई ही है.उन्होंने आगे बताया कि ऐसे विद्यालय परिणाम से संबंधित नवीनतम सूचना बोर्ड की वेबसाइट www.bseh.org.in पर 18 जुलाई शाम 6 बजे तक देख लें. उन्होंने बताया कि संबंधित विद्यालयों को अंतिम अवसर दिया जा रहा है कि वे आरएलई परीक्षार्थियों के दस्तावेज 21 जुलाई तक बोर्ड कार्यालय में जमा करवाएं, अन्यथा ऐसे परीक्षार्थियों का परिणाम आरएलई से रद्द घोषित कर दिया जाएगा. बोर्ड सचिव ने बताया कि इसके अतिरिक्त शिक्षा बोर्ड द्वारा एसएलसी की जांच करवाई गई थी.वो बोगस पाई गई थी, इस संबंध में विद्यालयों द्वारा जो आपत्तियां जताई गई हैं, ऐसे संबंधित जिला-भिवानी, चरखी दादरी, हिसार, जीन्द, रोहतक, झज्जर, महेन्द्रगढ, कैथल, फतेहाबाद, रेवाडी एवं सिरसा के विद्यालय मुखिया 20 जुलाई को तथा जिला-फरीदाबाद, पलवल, नूंह, गुरुग्राम, सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, अम्बाला, पंचकूला व यमुनानगर के विद्यालय मुखिया अपने विद्यालय के मूल प्रलेखों सहित 21 जुलाई को गठित समिति के समक्ष अपना पक्ष रख सकते हैं. इसके बाद उनकी आपत्ति बारे कोई विचार नहीं किया जाएगा.