हरियाणा

डेंटल सर्जन भर्ती घोटाला: रिमांड में डिप्टी सेक्रेटरी, घर से फार्म और रोल नंबर बरामद

Deepa Sahu
22 Nov 2021 10:43 AM GMT
डेंटल सर्जन भर्ती घोटाला: रिमांड में डिप्टी सेक्रेटरी, घर से फार्म और रोल नंबर बरामद
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हरियाणा में बीते काफी दिनों से डेंटल सर्जन भर्ती मामला सुर्खियों में बना हुआ था.

Haryana : चंडीगढ़- हरियाणा में बीते काफी दिनों से डेंटल सर्जन भर्ती मामला सुर्खियों में बना हुआ था. अब हाल ही में मामले में स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने डेंटल सर्जन भर्ती गड़बड़ी मामले में भिवानी से गिरफ्तार आरोपी नवीन के गांव कोंठ में दबिश दी. नवीन के घर दबीश के बाद अब विजिलेंस की जांच चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय (CBLU) भिवानी तक पहुंच गई है. आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि इस गिरोह के तार CBLU से जुड़े हुए हैं. डेंटल सर्जन की भर्ती में मोटी रकम लेकर नंबर बढ़वाने वाला गिरोह ग्रुप डी से लेकर क्लास वन तक की नौकरियों में डील करता था.

हरियाणा लोक सेवा आयोग के अलावा हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग में जबरदस्त सेटिंग थी. परीक्षा से पहले मनचाहा परीक्षा केंद्र दिलाने, आसपास रोल नंबर सेट करने से लेकर परीक्षा के बाद नंबर बढ़ाने की गारंटी लेते थे.डेंटल सर्जन भर्ती में विजिलेंस टीम ने भिवानी में नवीन के घर से रोल नंबर और भरे हुए आवेदन फार्म बरामद किए हैं. ये सभी रोल नंबर नवीन ने गिरफ्तार दूसरे आरोपी अश्विनी शर्मा को दिए थे.
सख्ती से हो रही पूछताछ-
विजिलेंस टीम ने (HPSC)के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर(HCS), नवीन और अश्विनी शर्मा को आमने-सामने बैठाया और पूछताछ की. आरोपियों ने कुबूला कि एचसीएस परीक्षा पास करवाने के लिए कुल 16 नाम दिए थे.इसमें से पांच पास हुए थे। 10 नाम नवीन ने दिए थे। पांच नाम पवन और एक नाम देवेंद्र रावत ने दिया था
डेंटल सर्जन भर्ती मामले में विजिलेंस टीम एक्शन मोड में नजर आ रही हैं. आरोपियों से लगातार सख्ती से पूछताछ की जा रही हैं. डिप्टी सेक्रेटरी बनने से पहले अनिल नागर भिवानी बोर्ड में सचिव के पद पर तीन साल से ज्यादा समय रह चुके हैं। इस दौरान बोर्ड में टीचरों की भर्तियां हुईं थी. इनमें तत्कालीन एसीएस की रिपोर्ट के अनुसार गड़बड़ी मिली थी. इसको लेकर भी टीम जांच करगी. मामले में जांच के बाद ही सही तरह से खुलासा हो पाएगा.


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