दिल्ली में जंतर-मंतर पर किसानों की महापंचायत को लेकर एक दिन पहले टीकरी बार्डर पर बिगड़ी स्थिति अब शांतिपूर्ण हो गई है। टीकरी बार्डर से दिल्ली पुलिस हट गई है। रात को ही लोहे व सीमेंट के बैरिकेड भी हटा लिए गए हैं। उन्हें सड़क किनारे रख दिया गया है। बार्डर पर अब दिल्ली पुलिस के जवान नहीं हैं। वाहनों का आवागमन सुचारू रूप से चल रहा है। किसानों की गाड़ियां अब दिल्ली में बेरोकटोक जा रहे हैं।
जंतर-मंतर पर पक्का मोर्चा लगा सकते हैं किसान
एक साल तक आंदोलन में डटे रहे किसान टीकरी बार्डर पर रुककर आंदोलन की यादें ताजा कर रहे हैं। दिल्ली जा रहे किसानों ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि टीकरी बार्डर पर उन्हें रोका जाएगा। ऐसे में वे पूरी तैयारी के साथ आए थे। अगर उन्हें दिल्ली पुलिस यहां रोकती तो हम पक्के डेरे बार्डर पर लगा देते। रही बात दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की तो वह एक दिन है। अगर उनकी मांगों को लेकर सरकार की ओर से उचित आश्वासन मिलता है तो ठीक है वरना किसान नेताओं के निर्देश पर वे जंतर-मंतर पर भी पक्के डेरे लगा सकते हैं।
सरकार कर रही किसानों की साथ वादाखिलाफी
किसानों ने कहा कि सरकार ने उनके साथ वादाखिलाफी की है। उनकी मांग नहीं मानी। उनकी मांग एमएसपी को लेकर गारंटी कानून बनाने की है। इसके अलावा अन्य मांगों को लेकर ही वे दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने तथा राष्ट्रपति को ज्ञापन देने का निर्णय लिया था। रविवार को काफी संख्या में किसान ट्रेन व अन्य गाड़ियों से पहुंचे। टीकरी बार्डर व झ़ाड़ौदा बार्डर पर दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग की थी। यहां पर रात आठ बजे गाड़ियों को रोक दिया गया।
किसानों ने नारेबाजी की और लंबा जाम लग गया जिसकी वजह से दिल्ली पुलिस को झुकड़ा पड़ा और बार्डर खोलना पड़ा। साथ ही किसानों की गाड़ियों को बार्डर से निकालकर दिल्ली की तरफ रवाना करना पड़ा। अब अधिकांश किसान दिल्ली चले गए तो दिल्ली पुलिस ने देर रात ही बैरिकेड बार्डर से हटा दिए और अब बार्डर पर यातायात सुचारू है। दिल्ली पुलिस के जवान भी अब बार्डर पर नहीं हैं।