हरियाणा
CRPF जवान सोहन सिंह ने साइकिल से पूरी की गढ़वाल की 52 हजार KM की यात्रा, अब चढ़ेंगे कुमाऊं
Shantanu Roy
12 Nov 2021 4:30 PM GMT
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सीआरपीएफ में निरीक्षक के पद पर तैनात सोहन सिंह रावत (Sohan Singh Rawat) ने साल 2019 से अब तक साइकिल से ही गढ़वाल क्षेत्र में 52 हजार किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा पूरी कर ली है.
जनता से रिश्ता। सीआरपीएफ में निरीक्षक के पद पर तैनात सोहन सिंह रावत (Sohan Singh Rawat) ने साल 2019 से अब तक साइकिल से ही गढ़वाल क्षेत्र में 52 हजार किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा पूरी कर ली है. वो साइकिल से ही चारधाम समेत, पंच केदार समेत कई एडवेंचर स्थलों की यात्रा कर चुके हैं. सोहन रावत साइकिल यात्रा के माध्यम से युवाओं को फिट रहने का संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं. साथ ही पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान देने का भी आह्वान कर रहे हैं.
बता दें कि सोहन सिंह रावत (54 वर्ष) मूल रूप से पौड़ी जिले के चमाली गांव के रहने वाले हैं. सोहन रावत केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में बतौर निरीक्षक के पद पर तैनात हैं. सोहन सिंह रावत बताते हैं कि वो अब तक कुल 53,700 किलोमीटर की यात्रा साइकिल से पूरी कर चुके हैं. जिसमें 52 हजार किलोमीटर यात्रा केवल गढ़वाल की है. उन्होंने मुख्यत साइकिल से अपना सफर आध्यात्मिक यात्राओं से जोड़ा है. जिसमें मुख्य रूप से चारधाम यात्रा, पंच केदार यात्रा, पंच प्रयाग, बूढ़ा केदार, देवलसारी महादेव, ताड़केश्वर महादेव आदि शामिल हैं.उन्होंने अपने जीवन में साइकिल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एडवेंचर के रूप में जाने जाने वाले नाग टिब्बा, मोरी, नैटवाड़, हनोल जैसी जगहों की यात्रा की है. वो साइकिल से पंच केदार जाने वाले पहले साइकिलिस्ट भी हैं. उनकी सभी यात्राएं देहरादून से ही प्रारंभ होकर यहीं पर समाप्त हुई है. वहीं, अब सोहन रावत कुमाऊं की यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे हैं.
एक दिन में साइकिल से कर चुके 303 किलोमीटर की दूरी तयः सोहन सिंह का कहना है कि वो रोजाना 35 से 40 किलोमीटर और साप्ताहिक अवकाश के दिनों में 100 से 200 किलोमीटर की साइकिलिंग करते हैं. उन्होंने बताया कि उनकी अब तक एक ही दिन में सबसे लंबी साइकिल यात्रा 303 किलोमीटर की रही है. उन्होंने कहा कि साइकिलिंग से न केवल शारीरिक रूप से फिट रखती है. बल्कि, एकाग्रचित्त और मानसिक रूप से भी सुदृढ़ होती है.
पर्यावरण संरक्षण का संदेशः दरअसल, सोहन सिंह साइकिल यात्रा के माध्यम से लोगों को इस भागती-दौड़ती जिंदगी में फिट इंडिया का संदेश दे रहे हैं. इसके साथ ही साइकिलिंग से पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान देने का भी आह्वान कर रहे हैं. अबकी बार उन्होंने गढ़वाल भ्रमण की तरह कुमाऊं भ्रमण पर साइकिल से यात्रा करने का फैसला लिया है.
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