हरियाणा

मकानों में पड़ी दरारें, गंदे पानी से गुजरने को मजबूर हैं महिलाएं और बच्चे, बारिश से जलभराव

Gulabi Jagat
27 July 2022 6:56 AM GMT
मकानों में पड़ी दरारें, गंदे पानी से गुजरने को मजबूर हैं महिलाएं और बच्चे, बारिश से जलभराव
x
हिसार: हरियाणा में इन दिनों बारिश के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो रखा (Waterlogging In Haryana) है. बाढ़ का पानी घरों, स्कूलों और खेतों में घुस आया है. जलभराव के कारण कई जगहों पर स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है. वहीं खेतों की फसलें ज्यादा पानी के कारण बर्बाद हो चुकी हैं. खेतों के अलावा गांव के दर्जनों घरों को जाने वाले रास्ते भी घुटने तक गहरे पानी में डूबे हैं. गांव के बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं गंदे पानी से गुजरने पर मजबूर हैं.
हरियाणा के शहर हो या गांव बारिश ने सभी जगह व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख (Rain In Haryana) दी. कुछ ऐसा ही हाल पाबड़ा गांव समेत कई गांवों में देखने को मिल रहा है. पाबड़ा गांव में पानी निकासी ना होने के कारण मकानों के सामने गलियों में पानी भर (Waterlogging In Pabda Village of Hisar) गया. इस वजह से मकानों में दरारें आ गई हैं. लोगों ने पानी में खड़े होकर अपना गुस्सा जाहिर किया.
बारिश से हिसार के कई गांवों में जलभराव सामने आई है.
ग्रामीणों का कहना है कि वह इस समस्या को लेकर गांव के सरपंच और उकलाना के बीडीपीओ को भी अपनी शिकायत दे चुके हैं लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई. लोगों का कहना है कि अब तो स्कूल में जाने वाले बच्चों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं उन्हें भय सताने लगा है कि कभी न कभी मकान गिरने से कोई बड़ा हादसा ना हो जाए.
वहीं उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ने नारनौंद क्षेत्र के विभिन्न गांवों में बारिश के कारण हुए जलभराव वाले इलाकों का दौरा किया. उपायुक्त ने निरीक्षण के दौरान हरियाणा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग (Irrigation and Water Resources Department Haryana) के अधिकारियों को शीघ्र अतिरिक्त पंपिग सेट लगाकर पानी की निकासी करवाने के निर्देश दिए हैं.
गौरतलब है कि भारी बारिश के कारण क्षेत्र के विभिन्न गांवों एवं खेतों में जलभराव हुआ है. उपायुक्त ने मोठ रांगड़ान, मोठ करनैल, बुडाना, खेड़ी जालब व राखी शाहपुर सहित विभिन्न गांवों में हुए जलभराव का निरीक्षण किया. विभिन्न गावों में हुए जलभराव के साथ-साथ उन्होंने ड्रेनों का भी जायजा लिया तथा अधिकारियों को ड्रेनो के साइफन व पाईपों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं ताकि पानी की निकासी सुचारू ढंग से की जा सके.
Next Story