हरियाणा
गैंगस्टर प्रदीप कासनी की हत्या की साजिश नाकाम, काला गैंग के तीन बदमाश गिरफ्तार
Shantanu Roy
27 Oct 2022 6:48 PM GMT
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गुरुग्राम। गुरुग्राम की भोंडसी जेल में बंद गैंगस्टर प्रदीप कासनी की चरखी दादरी कोर्ट में पेशी पर ले जाते समय छुछकवास में लगने वाले जाम के दौरान हत्या करने की साजिश नाकाम हो गई। झज्जर जिले के साल्हावास पुलिस ने चरखी दादरी क्षेत्र के काला गैंग के तीन बदमाशों को एक कार व अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से 12 अवैध हथियार व 32 कारतूस बरामद हुए हैं। बुधवार को पकड़े गए आरोपियों पर अन्य स्थानों पर भी कई अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। गुरुवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी वसीम अकरम ने पत्रकारों को बताया कि आगामी पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव को देखते हुए जिला भर में झज्जर पुलिस द्वारा नाकाबंदी की गई है। बुधवार की शाम को मातनहेल चौकी के क्षेत्र में चौकी प्रभारी की टीम ने मातनहेल झाड़ली रोड पर नाका लगा रखा था। पुलिस टीम को छुछकवास की तरफ से एक स्विफ्ट कार आती दिखाई दी। नाके पर तैनात टीम ने उस गाड़ी को रुकने का इशारा किया।
उसने नाका तोड़ने और पुलिस पार्टी पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। गाड़ी में सवार बदमाश बैरिकेड में टक्कर मारते हुए आगे निकल गए। पुलिस टीम द्वारा गाड़ी का पीछा किया गया तो कार में बैठे आरोपियों ने पुलिस पार्टी की तरफ फायर कर दिए। पुलिस टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद बदमाशों की गाड़ी को काबू कर लिया। जब गाड़ी को राउंड अप करके रुकवाया गया तो उसमें से एक आरोपी भाग गया और तीन आरोपियों को पकड़ लिया गया। गाड़ी की तलाशी ली गई तो उसमें काफी अवैध हथियार व कारतूस बरामद हुए। गाड़ी में सवार बदमाशों के कब्जे से 5 सिंगल बैरल लोडेड अवस्था में बंदूक, 6 देसी कट्टे, एक देसी पिस्तौल, तीन मैगजीन और 32 कारतूस मिले हैं। एसपी ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों की पहचान शिवकांत उर्फ नितिन पुत्र संदीप निवासी गांव दांतोली जिला चरखी दादरी, मनदीप पुत्र सुरेंद्र निवासी गांव फतेहगढ़ जिला चरखी दादरी व सुभाष पुत्र धन सिंह निवासी गांव बालसमंद जिला हिसार के तौर पर हुई।
भीड़भाड़ के बीच करनी थी वारदात
एसपी वसीम अकरम ने बताया कि चरखी दादरी क्षेत्र के दो गैंग प्रदीप कासनी और काला गैंग की आपसी रंजिश है। इसी रंजिश के चलते उनमें आपस में लड़ाई-झगड़ा होता रहता है। इनकी आपसी रंजिश में तीन कत्ल भी हो चुके हैं। एक 2011, दूसरा 2017 और तीसरा 2020 में हुआ था। प्रदीप कासनी गैंगस्टर जो जेल में है, उसे भोंडसी जेल से चरखी दादरी कोर्ट में लाया जाना था। काला गैंग ने इसी मौके का फायदा उठा कर प्रदीप पर हमले की साजिश रची थी। उनका इरादा छुछकवास जो भीड़भाड़ वाला इलाका है या फिर कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस पार्टी पर हमला करके प्रदीप कासनी को मारने का था।
फरुखनगर में बनी थी योजना
उन्होंने बताया कि काला गैंग के मुखिया गैंगस्टर काला की मौत हो चुकी है। उसके बाद अन्य बदमाश गैंग को चला रहे हैं। पकड़े गए आरोपियों के अपराधिक रिकॉर्ड के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इनमें से एक आरोपी सुभाष का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है। दूसरा शिवकांत नाम का आरोपी है। जब यह नाबालिग था, तब इस पर एक मर्डर का मुकदमा दर्ज हुआ था। तीसरे नवदीप के खिलाफ रैगिंग का मुकदमा है। प्राथमिक पूछताछ में सामने आया है कि छह बदमाशों ने फरुखनगर में बैठकर इस वारदात की योजना बनाई थी। हथियार किसके माध्यम और कहां से आए, इसकी जांच चल रही है। पंकज व नवदीप मुख्य आरोपी हैं। एक आरोपी पंकज जो अपने हथियार के साथ मौके से भाग गया था, उसके खिलाफ 11 अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। आरोपियों के खिलाफ थाना साल्हावास में आपराधिक मामला दर्ज किया गया।
टीम को एसपी ने किया सम्मानित
एसपी वसीम अकरम ने बताया कि पुलिस की उपरोक्त टीम में तैनात जवानों ने सराहनीय कार्य करते हुए उत्कृष्ट ड्यूटी का प्रदर्शन किया है। जवानों ने जान जोखिम में डालते हुए बदमाशों को काबू करने में कामयाबी हासिल की है। चौकी प्रभारी मातनहेल उप निरीक्षक नितिश कुमार के नेतृत्व में उपरोक्त टीम में शामिल सहायक उप निरीक्षक संदीप कुमार, एसपीओ धर्मबीर, नरेंद्र व होमगार्ड पवन कुमार को पुरस्कार स्वरूप 15000 रुपए नकद व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया है। उपरोक्त जवानों को उच्च अधिकारियों से भी सम्मानित करने के संबंध में सिफारिश की जाएगी।
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