
हिमाचल प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शुमार डलहौजी (Dalhousie) विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा कायम है. पिछले दोनों विधानसभा चुनावों में यहां से कांग्रेस की वरिष्ठ नेता आशा कुमारी ने जीत दर्ज की है. हालांकि 2017 के चुनावों में भाजपा प्रत्याशी डीएस ठाकुर ने उन्हें कड़ी टक्कर दी थी और महज 556 वोट से ही पीछे रहे थे. ऐसा माना जा रहा है कि चंबा जिले में आने वाली इस विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा पूरी ताकत के साथ उतरेगी और पिछली बार वोट में रहे इस अंतर को पाटने के साथ ही जीत दर्ज करने की कोशिश करेगी. एक और बात है जो इस बार भाजपा के पक्ष में है और वह यह है कि यह सीट कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र में आती है, यहां से सांसद किशन कपूर हैं, जो कि भारतीय जनता पार्टी से ही चुने गए हैं.
डलहौजी के बारे में जानें
डलहौजी बहुत ही आकर्षक पर्यटन स्थल है. अंग्रेजों ने इसे 1854 में बसाया और विकसित किया था. इसीलिए इसका नाम ब्रिटिश गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौजी के नाम पर रखा गया है. दिल्ली से अगर डलहौजी की दूरी के बारे में बात की जाए तो यह 555 किमी है, वहीं चंबा से ये 45 किमी है. यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन पठानकोट है जो कि 85 किमी दूर है.
2012 में रहा था जीत का बड़ा अंतर
डलहौजी से 2012 में कांग्रेस नेता आशा कुमारी विधायक चुनी गईं थीं, उन्होंने भाजपा की रेनू कुमारी को हराया था, इस चुनाव में आशा को 25,541 वोट मिले थे, जबकि भाजपा उम्मीदवार रेनू को 18176 वोट से ही संतोष करना पड़ा था. तीसरे नंबर पर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के उम्मीदवार तिलक राज रहे थे, जिन्हें 1310 वोट मिले थे. यदि वोट शेयर की बात की जाए तो कांग्रेस को 55.38% वोट शेयर मिला था, जबकि दूसरे नंबर पर रही भाजपा को 39.41% वोट शेयर से ही संतोष करना पड़ा था.
2017 में भाजपा ने दी थी टक्कर
2017 के विधानसभा चुनाव में आशा कुमारी लगातार दूसरी बार विधायक चुनी गईं, लेकिन इस बार भाजपा के उम्मीदवार डीएस ठाकुर से उन्हें कड़ी टक्कर मिली थी. इस चुनाव में कांग्रेस की आशा को 24224 और भाजपा के डीएस ठाकुर को 23668 वोट मिले थे. वोट प्रतिशत की बात करें तो कांग्रेस को 48.77% और भारतीय जनता पार्टी को 45.65% वोट शेयर मिला था.
कुल मतदाता – 70326 पुरुष- 35736 महिला – 34589 थर्ड जेंडर- 1