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सीआईए ने यूपी के अलीगढ़ में अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का भंड़ाफोड़ किया

Admin Delhi 1
8 Sep 2022 1:12 PM GMT
सीआईए ने यूपी के अलीगढ़ में अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का भंड़ाफोड़ किया
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बहादुरगढ़ क्राइम न्यूज़: सीआईए-2 बहादुरगढ़ को बड़ी सफलता मिली है। सीआईए ने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी है। मामले में सरगना सहित चार आरोपित गिरफ्तार हुए हैं। इनसे 18 देशी कट्टे, हथियार बनाने वाली मशीन व भारी मात्रा में रॉ मैटीरियल बरामद हुआ है। पुलिस की मानें तो इस मामले और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।

दरअसल, इन दिनों झज्जर पुलिस द्वारा जिले में आक्रमण आपरेशन चलाया जा रहा है। इस आपरेशन के तहत सीआईए-2 बहादुरगढ़ ने पांच सितंबर को नजफगढ़ रोड फ्लाईओवर के पास अवैध हथियार सहित युवक को गिरफ्तार किया था। इसकी पहचान सोनीपत के निवासी दीपक के रूप में हुई। दीपक की निशानदेही पर पुलिस ने दिल्ली के निवासी मनीष को पकड़ा। इन दोनों से कुल चार देशी कट्टे बरामद हुए। पुलिस ने इनको रिमांड पर लिया था। रिमांड अवधि में पूछताछ के दौरान सामने आया कि इन्होंने अलीगढ़ के निवासी योगेश से ये हथियार लिए थे। फिर पुलिस ने योगेश को काबू किया। योगेश से भी दो देशी कट्टे बरामद हुए। पूछताछ में योगेश ने बताया कि उसने अलीगढ़ के ही निवासी सुभाष से ये हथियार लिए।

फिर सीआईए ने अलीगढ़ में सुभाष के ठिकानों पर दबिश दी। सुभाष के घर से पुलिस को 12 पिस्तौल मिली। इसके अलावा हथियार बनाने वाली मशीन और काफी मात्रा में रॉ मैटीरियल बरामद हुआ। वीरवार को सीआईए-2 में इस संबंध में एडिशनल एसपी अमित यशवर्धन व डीएसपी अरविंद दहिया ने पत्रकार वार्ता की। इन्होंने बताया कि इंस्पेक्टर मनोज कुमार की अगुवाई वाली सीआईए ने यूपी के अलीगढ़ में अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का भंड़ाफोड़ किया है। इस मामले में सरगना सुभाष और तीन आरोपित काबू किए गए हैं। इनसे कुल मिलाकर अभी तक 18 देशी पिस्टल, रॉ मैटीरियल व पिस्तौल बनाने की मशीन बरामद हुई है। दीपक और मनीष की रिमांड अवधि खत्म हो गई है। इन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। जबकि यूपी से पकड़े गए सुभाष और योगेश को रिमांड पर लेंगे।सुभाष इस मामले में सरगना है। प्रारंभिक तौर सुभाष द्वारा अभी तक 30 पिस्तौल बेचे जाने की बात सामने आई है, लेकिन यह आंकड़ा इससे ज्यादा हो सकता है। इस गिरोह में और कौन-कौन शामिल है और किस-किस को हथियार बेचे गए, यह अभी जांच का विषय है।

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