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पानीपत में बाल विवाह का मामला: मां को घर से भगाकर बाप ने दो नाबालिग बोटियों की कर दी शादी

Gulabi Jagat
21 July 2022 2:18 PM GMT
पानीपत में बाल विवाह का मामला: मां को घर से भगाकर बाप ने दो नाबालिग बोटियों की कर दी शादी
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पानीपत में बाल विवाह का मामला
पानीपत: जिले में दो सगी नाबालिग बहनों के बाल विवाह (child marriage in panipat) का मामला सामने आया है. मामले का खुलासा तब हुआ जब दोनों नाबालिग बहनों में से एक ने फोन पर सूचना अपनी मां को दी और ससुराल में हो रहे अपने ऊपर अत्याचारों के बारे में बताया. इसके बाद नाबालिगों की मां ने बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता को पूरे मामले की लिखित में शिकायत दी और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की.
बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने बताया कि उनके पास शिकायत 13 जुलाई को आई थी. जिसमें एक महिला ने बताया कि करीब 6 साल पहले उसके पति ने मारपीट कर उसे घर से बाहर निकाल दिया था. उसकी दो बेटियों और दो बेटों को पति ने ही अपने पास रख लिया. महिला के पति ने 12 दिसंबर 2021 को दोनों नाबालिग बेटियों की शादी कर दी. 14 वर्षीय बड़ी बेटी की शादी करनाल के एक गांव में 32 साल के युवक से की है.
वहीं 13 वर्षीय छोटी बेटी की शादी करनाल के दूसरे गांव में 22 साल के युवक से की है. एक दिन महिला की छोटी बेटी का उसके पास फोन आया. जिसमें उसने बताया कि ससुराल में उसके साथ बहुत अत्याचार हो रहा है. उससे बहुत काम करवाया जाता है. इतना ही नहीं, वो गर्भवती हो गई थी. जिसके पांच महीने बाद गर्भपात करवाया गया. जिससे वो बीमार हो गई. बीमार होने के बाद ससुराल वालों ने उसका इलाज भी नहीं करवाया.
लगातार हालत बिगड़ते देख उसने मां को छुपके से इस बारे में सूचित किया. छोटी बेटी ने मां को बताया कि उसकी बड़ी बहन की भी ससुराल में दुदर्शा हो रही है. उसका भी गर्भपात करवाया जा चुका है. मामले की तहकीकात करते हुए अधिकारी रजनी गुप्ता ने लड़कियों के पिता, दादी समेत दोनों लड़के पक्ष को जांच में शामिल किया. जिसमें लड़कियों के पिता और दादी ने बताया कि लड़कियों की मां 6 साल पहले किसी दूसरे व्यक्ति के साथ भाग गई थी. उसने दूसरी शादी भी कर ली है. जिससे उन्हें एक बेटा है.
महिला के पति के मुताबिक उसके जाने के बाद घर पर चार बच्चे थे. जिनकी देखभाल दादी करती थी. बच्चों का पिता सुबह काम पर चला जाता था और शाम को लौटता था. ऐसे में बच्चों की सुरक्षा का भी ख्याल रहता था. दादी की पेंशन बच्चों की देखभाल में चली जाती थी. बच्चों का लगातार खर्चा बढ़ता देख. पिता ने दोनों बड़ी बेटियों की शादी कर दी. वहीं छोटी बेटी के ससुरालियों ने भी अपने बयान दर्ज करवाए.
लड़के ने बताया कि उसकी मां की तबीयत ठीक नहीं रहती है. घर का कामकाज करने के लिए बहू की जरुरत थी, इसलिए उन्होंने बिना उम्र जाने ये शादी की है. बड़ी बेटी के ससुराल वाले पेश नहीं हुए, जिसके चलते अधिकारी रजनी गुप्ता ने करनाल बाल कल्याण समिति को बड़ी बेटी की सुरक्षा एवं सरंक्षण के लिए चिट्‌टी लिखी है. फिलहाल महिला की छोटी बेटी को बाल कल्याण समिति की निगरानी में रखा गया है. अब बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता पुलिस के साथ मिलकर महिला की बड़ी बेटी का रेस्क्यू करेंगी.
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