हरियाणा

मेवात गैंग के खिलाफ एक और व्यापारी से लूटपाट और अपहरण का केस

Teja
12 Feb 2023 2:55 PM GMT
मेवात गैंग के खिलाफ एक और व्यापारी से लूटपाट और अपहरण का केस
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जोधपुर फरीदाबाद के कारोबारी को जोधपुर बुलाकर उसका अपहरण किए जाने के साथ पौने बारह लाख की लूटपाट और अपहरण किए जाने का मामला दर्ज हुआ है. हरियाणा की मेवात गैंग का इसमें हाथ होना बताया गया है. पहले भी गैंग के खिलाफ एक कारोबारी ने केस दर्ज करवाया था. जिस पर कुछ दिन पहले पुलिस (Police) ने खुलासा करते हुए स्थानीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. मगर मेवात गैंग के सरगना सहित अन्य आरोपी हाथ नहीं लग पाए.

कुड़ी पुलिस (Police) ने बताया कि पीडि़त वंश कपूर पुत्र सुशील कपूर निवासी एनआईटी सेक्टर 23 फरीदाबाद (faridabad) हरियाणा (Haryana) ने थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि उसकी फरीदाबाद में राज एंटरप्राइजेज नाम से इंडस्ट्रीज एरिया में फर्म है. उसके पिता सुशील कपूर इस फर्म से व्यापार करते हैं. गत 1 जनवरी को उसके पिताजी के फेसबुक पर स्क्रेप एल्यूमीनियम के लिए स्क्रेप की फोटो भेज कर नितिन गुप्ता नाम के व्यक्ति ने फेसबुक आईडी से संपर्क किया. उसने अपनी फर्म का नाम रामजी इंटरप्राइजेज जोधपुर (Jodhpur) कमला नेहरू नगर जोधपुर (Jodhpur) में होना बताया. उसने अपने फर्म के जीएसटी नंबर भी भेजे. उसने वॉट्सऐप पर फर्म की डिटेल भी भेजी. इस पर वो विश्वास में आ गए. इसके बाद 3, 4 और 5 जनवरी को एक मोबाइल नंबर पर बात हुई इस पर नितिन गुप्ता ने कहा कि आप माल देखने ट्रेन से आ जाओ और टिकट की फोटो मुझे वॉट्सऐप पर भेज दो.

कारोबारी दिल्ली सराय रोहिल्ला से पहुंचा जोधपुर

आरोपी के झांसे में आकर परिवादी ने दिल्ली सराय रोहिल्ला से रेलवे (Railway)का टिकट कराया और 5 जनवरी की रात 11.10 पर ट्रेन से रवाना होकर 6 जनवरी को सुबह 11 बजे जोधपुर (Jodhpur) रेलवे (Railway)स्टेशन पहुंचा. स्टेशन से बाहर आने पर नितिन गुप्ता नाम के आदमी ने ऑटो चालक से बात करवाने को कहा. इसके बाद ऑटो चालक उसे झालामंड चौराहे पर एक मिठाई की दुकान के सामने उतार कर चला गया.

बिना नंबरी सफेद बोलेरो आई:

यहां कुछ ही देर बाद सफेद रंग की बिना नंबरी बोलेरो में एक ड्राइवर आया और उसे बैठाकर गुप्ता के पास ले जाने को कहा. उसके झांसे में आकर वंश कपूर झालामंड चौराहे से बोलेरो में बैठ गया. इसके बाद उसे 70 75 किलोमीटर दूर हाईवे पर बोलेरो से ले गया. वहां से कच्ची सडक़ पर जंगल में ले जाकर एक खंडहर नुमा मकान में उसे रोका गया.

पहले से थे मौजूद कुछ लोग:

मकान में पहले से ही दो व्यक्ति मौजूद थे और दो व्यक्ति 15-20 मिनट बाद वहां आए. इसके बाद उन लोगों ने उसका मोबाइल ले लिया और तलाशी लेकर उसको कमरे में नीचे जमीन पर बैठा दिया. बदमाशों ने उसके सिर पर हथियार तान कर कहा कि तुम्हारे फोन से तुम्हारे पिताजी को फोन कर कहो कि माल की गाड़ी भर गई है, बिल बन गया है, हवाला से 12 लाख रुपए ट्रांसफर करवाओ.

पीडि़त व्यापारी वंश कपूर ने हवाले से पैसे भेजना असंभव बताया. इस पर उन्होंने उससे धमका कर कहा कि तुम्हारे पिताजी से 5 लाख 90 हजार आरटीजीएस करवाओ. बदमाशों के डर वजह से उसके पिता ने इसके बाद खाताधारक गौतम कुमार के एचडीएफसी बैंक (Bank) के खाते में 5 लाख 85 हजार आरटीजीएस करवाए. इसके अलावा कालूराम के खाते में भी पैसे डलवाए. जब तक पैसे नहीं जमा हुए तब तक उसे वहीं बैठाए रखा. इसके बाद 6 जनवरी की शाम लगभग 4.30 बजे जब खाते में पैसा जमा हुए.

हाईवे पर उतार कर भागे:

इसके बाद उस पर दबाव बनाया कि तुम यहां से वापस फरीदाबाद (faridabad) चले जाओ. इसके लिए अपने मिलने वाले से टिकट बनवाओ. डर के मारे व्यापारी ने अपने मिलने वाले को फोन कर जोधपुर (Jodhpur) में ट्रेवलर्स एजेंसी से फरीदाबाद (faridabad) की टिकट बुक करवाई और टिकट की फोटो वॉट्सऐप पर मंगवा कर बदमाशों को दिखाई. इसके बाद उसे बोलेरो में बैठाकर जोधपुर (Jodhpur) से 25 किलोमीटर पहले हाईवे पर गोरा होटल (Hotel) से आगे चौराहे पर उतार कर चले गए. उसे धमकी दी कि यदि किसी को घटना के बारे में बताया तो जान से मार देंगे. डर के मारे वह ऑटो से रिक्शा पकड़ कर ट्रेवलर्स एजेंसी तक आया और यहां से बस पकड़ कर 7 जनवरी को सुबह दिल्ली पहुंचा और इसके बाद वहां से फरीदाबाद (faridabad) चला गया. बदमाश यहां भी नहीं रुके इसके बाद भी लगातार पीडि़त को फोन कर धमकाते रहे कि आपका माल भेज दिया है किसी को बताना नहीं, नहीं तो आपका फरीदाबाद (faridabad) में ही मर्डर करवा देंगे. डर के मारे उसने किसी को नहीं बताया.

दूदू के पास पकड़ी गई स्क्रेप की गाड़ी:

इसके बाद उसे 9 जनवरी को नितिन गुप्ता नाम के व्यक्ति ने फोन किया और बताया कि स्क्रैप की गाड़ी आपको भेजी थी लेकिन दूदू बगरू के पास पुलिस (Police) ने गाड़ी पकड़ ली है. पुलिस (Police) 5 लाख रुपए मांग रही है आप डेढ़ लाख रुपए तुरंत भेजो नहीं तो हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी. तब मजबूर होकर उसने उसके बताएं फोन नंबर पर 60 हजार रुपए फोन पे से ट्रांसफर की और 40 हजार गूगल पैसे ट्रांसफर किए. खाते में पैसे नहीं होने पर अपने दोस्त के फोन से भी 50 हजार रुपए ट्रांसफर करवाए. इसके बाद बदमाशों ने 12 जनवरी को फोन कर कहा कि ड्राइवर से पुलिस (Police) अभी पूछताछ कर रही है उसको छोड़ा नहीं गया है. माल के बारे में 15 जनवरी को फिर फोन किया तो उसने बताया कि उसके पिताजी की मौत हो गई है और टालमटोल करने लगा. इसके बाद 28 जनवरी को फोन बंद कर दिया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी.

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