बारिश की कमी के कारण पिछले दो सप्ताह से सूखी पड़ी हैं नहरें
महेंद्रगढ़ न्यूज़: एक तरफ जहां पहाड़ों पर झमाझम बारिश हो रही है और बड़े हैड से भी भरपूर पानी मिल रहा है वहीं दूसरी तरफ सतनाली क्षेत्र की लगभग आधा दर्जन छोटी बड़ी नहरें सूखी पड़ी हैं। इस बारे में बताते हुए श्री सुण्डाराम ट्रस्ट के प्रधान संदीप मालड़ा ने बताया कि सतनाली क्षेत्र में छोटी-बड़ी लगभग आधा दर्जन नहरें है, जिनमें लगभग दो सप्ताह पहले तक पानी चल रहा था। अब पिछले दो सप्ताह से ये सभी नहरें सूखी पड़ी है। इन नहरों से जुड़े लगभग एक दर्जन जोहड़ भी सूखे पड़े हैं। सतनाली के कॉलेज के साथ लगता अमृत सरोवर योजना का जोहड़ भी सूखा पड़ा है। संदीप मालड़ा ने कहा कि सतनाली क्षेत्र के नहरी पानी को लेकर वे लगभग सवा साल से संघर्षरत है पर सिंचाई विभाग पता नहीं किन कारणों से इस क्षेत्र की अनदेखी कर रहा है और बड़े अधिकारियों के दखल देने के बाद ही इस क्षेत्र में पानी चल पाता है। इस क्षेत्र के जायज हक का नहरी पानी आखिर कहां जाता है ये जांच का विषय है। संदीप मालड़ा ने कहा कि नहरों में जब पानी चलता है तो आसपास लगते खेतों को भी फायदा होता है और इन नहरों से जुड़े लगभग दर्जनभर जोहड़ भी भरे रहते हैं, जिससे भू-जल स्तर का लाभ होता है।
मालड़ा ने कहा कि उन्होंने सतनाली क्षेत्र के लोगों को साथ लेकर पिछले वर्ष सांसद धर्मबीर सिंह से उनके भिवानी निवास पर मुलाकात की थी और इस क्षेत्र की सबसे बड़ी नहर सतनाली फीडर और छोटी नहरों के पुनर्निर्माण को लेकर विस्तृत चर्चा की थी। सांसद धर्मबीर सिंह ने मौके पर सिंचाई विभाग के तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव से बात कर इस क्षेत्र की नहरों के पुनर्निर्माण को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट बनाकर और कार्य शुरू करवाने के निर्देश दिए थे। अब इस क्षेत्र की तीन छोटी नहरों के पुनर्निर्माण का शिलान्यास हो गया है जिससे इस क्षेत्र को लाभ होगा। सतनाली क्षेत्र की तीन छोटी नहरों के पुनर्निर्माण के शिलान्यास के लिए सांसद धर्मबीर सिंह का आभार व्यक्त किया। ये सतनाली क्षेत्र के लोगों की जीत है।
संदीप मालड़ा ने बताया कि मौजूदा स्थिति में पूरे साल में मात्र दो महीने ही इस क्षेत्र में सुचारू रूप से नहरी पानी पिछले साल से ही आना शुरू हुआ है और उसमें भी ऐसे लगभग दो सप्ताह से इस क्षेत्र की नहरों का सूखा रहना किसी बड़े षडयंत्र की और इशारा करता है। वे इसकी जांच के लिए पंचकूला चंडीगढ स्थित उच्चाधिकारियों के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखेंगे।