हरियाणा

फर्जी मार्कशीट देकर बच्चों के भविष्य से खिलावाड़ किए जाने का भंडाफोड़

Bharti sahu
23 July 2022 3:43 PM GMT
फर्जी मार्कशीट देकर बच्चों के भविष्य से खिलावाड़ किए जाने का भंडाफोड़
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फर्जी मार्कशीट देकर बच्चों के भविष्य से खिलावाड़ किए जाने का भंडाफोड़ हुआ है। बच्चों को न केवल दसवीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट थमा दी बल्कि आगे स्कूलों में भी दाखिले करवा दिए गए।

फर्जी मार्कशीट देकर बच्चों के भविष्य से खिलावाड़ किए जाने का भंडाफोड़ हुआ है। बच्चों को न केवल दसवीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट थमा दी बल्कि आगे स्कूलों में भी दाखिले करवा दिए गए। यहां तक कि लाकडाउन के चलते 11वीं कक्षा पास की तो आगे की 12वीं कक्षा में भी प्रवेश ले लिया गया, लेकिन शिक्षा बोर्ड ने यह फर्जीवाड़ा पकड़ा तो मामला पुलिस तक भी पहुंच गया।

एक के बाद एक ऐसे अब तक तीन मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा भी जांच कर चुकी है तो अलग-अलग थानों में मामले दर्ज किए गए हैं। ताजा मामला मधुबन से सामने आया है, जहां के एक निजी स्कूल द्वारा बच्चों को फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर विद्यालयों में प्रवेश दिलाया व बोर्ड की परीक्षाओं में अपियर भी करवा दिया गया।
पुलिस के अनुसार मामला संज्ञान में आने पर मधुबन के समीपवर्ती गांव के एक छात्र को जांच में शामिल किया गया। तो उसने बताया कि वह मधुबन के निजी स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ता था जहां से उसने दसवीं कक्षा की परीक्षा दी थी। वह दो पेपर में फेल हो गया था। फिर उसने स्कूल के एक टीचर ब्रिजवीर के माध्यम से इंडियन बोर्ड आफ स्कूल एजुकेशन के तहत आनलाइन आवेदन किया
11वीं कक्षा में उसने मधुबन के ही एक पब्लिक स्कूल में दाखिला ले लिया और बारहवीं कक्षा के लिए यहीं से आवेदन किए गए। लाकडाउन की वजह से 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा नहीं हुई और सभी बच्चों को पास कर दिया गया, लेकिन बोर्ड ने उसका परिणाम रोक दिया। इस बारे में जानकारी ली तो वहां से पता चला कि उसकी दसवीं कक्षा की मार्कशीट फर्जी है। जिसके बारे में उसने अपने उक्त टीचर को बताया, लेकिन उक्त टीचर ने कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया।
पुलिस द्वारा की गई जांच के दौरान यह भी पता चला कि उक्त छात्र पढ़ाई में कमजोर है और किसी तरह वह अपने स्वार्थ के लिए 10वीं की परीक्षा पास करनी जरूरी थी, जिस कारण से इसने अपने स्कूल मास्टर के माध्यम से हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी से गैर मान्यता प्राप्त बोर्ड द्वारा 10वीं की परीक्षा पास करनी चाही।
ऐसे सामने आया फर्जीवाड़ा
बोर्ड को इस फर्जीवाड़े का पता इसलिए भी नहीं चल पाया कि वर्ष 2019-20 के अंत में लाकडाउन के दौरान संबंधित स्कूल द्वारा 11वीं कक्षा में हरियाणा बोर्ड के विद्यार्थियों का इनरोलमेंट फार्म भरा गया और हरियाणा बोर्ड द्वारा इनरोलमेंट जारी भी कर दिया गया जिस कारण से विद्यार्थी द्वारा गैर मान्यता प्राप्त बोर्ड से दसवीं करने वालों का पता ही नहीं चल सका और बोर्ड की ओर से लाकडाउन के चलते बारहवीं कक्षा के सभी विद्यार्थियों को बिना परीक्षा दिए ही पास कर दिया गया था जिसमें छात्र का रिजल्ट रोक लिया गया और जब जांच की गई तो यह फर्जीवाड़ा सामने आया है। पुलिस ने आरोपित शिक्षक समेत अन्य लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है
पहले भी सामने आ चुके हैं दो मामले
बता दें कि इस तरह के दो मामले पहले भी इसी सप्ताह में सामने आ चुके हैं। एक मामला इंद्री क्षेत्र का तो दूसरा घरौंडा क्षेत्र का था। पुलिस ने दोनों ही मामले अलग-अलग थाने में दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घरौंडा में दर्ज मामले में पुलिस ने घरौंडा व असंध क्षेत्र के गांव के रहने वाले दो छात्रों को जांच में शामिल किया है तो वहीं इंद्री के भी एक गांव के छात्र को जांच में शामिल किया गया। इनके ब्यान के बाद पुलिस ने अलग-अलग मामले दर्ज किए। इन मामलों को लेकर भी पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा पहले जांच की गई थी। आशंका जताई जा रही है यह फर्जीवाड़ा बड़े स्तर का हो सकता है। ऐसे में पुलिस सभी मामलों को जोड़कर देख रही है।


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