बच्चों की सुरक्षा को लेकर पुस्तक हुई जारी, हर महीने निरीक्षण कर शिक्षा विभाग को देनी होगी रिपोर्ट
महेंद्रगढ़ न्यूज़: स्कूलों का शिक्षा विभाग अब सेफ्टी ऑडिट करने की तैयारी में है। इसके लिए विद्यालय शिक्षा निदेशालय द्वारा लेटर जारी कर दिया गया है। इसके तहत जिला स्तर पर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे टीम का गठन कर स्कूलों में भेजें, ताकि पता चल सके कि सुरक्षा मानकों पर स्कूल कितना खरा उतरते हैं। टीम को हर महीने कम से कम 24 स्कूलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट विभाग को सौंपनी होगी। इसके लिए भी प्रोफार्मा भी दिया, जिसे भरना होगा। अब इसी को लेकर शिक्षा विभाग तैयारियां कर रहा है। विभाग की तरफ से 164 बिदुओं पर किए जाने वाले ऑडिट का उद्देश्य विद्यालयों में मौजूदा व्यवस्था की जांच करना है। विभाग द्वारा गठित टीमें हर महीने कम से कम 24 स्कूलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट विभाग को सौंपेंगी। इसके लिए भी प्रोफार्मा भी दिया गया है, जिसे भरना होगा। विद्यालय शिक्षा निदेशालय द्वारा सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी, उपजिला शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारी नोडल आफिसर होंगे, जो इसकी निगरानी करेंगे।
राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग (एनसीपीसीआर) द्वारा बच्चों की सुरक्षा को लेकर पुस्तक जारी की गई है। इसमें बच्चों की सुरक्षा के नियम बताए गए हैं। इसी आधार पर प्रदेश के सभी प्राइमरी, मिडल, सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों का सेफ्टी ऑडिट कराया जाना है। इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारी की देखरेख में टीम विद्यालयों की सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट तैयार करेंगी। खंड स्तर पर हर महीने कम से कम चौबीस स्कूलों की सेफ्टी ऑडिट तैयार करना है। इसके लिए एक खंड में एक से अधिक टीमें भी हो सकती हैं। इसके लिए डाइट सदस्य द्वारा रूट मैप भी तैयार किया जाएगा, जिसके आधार पर टीम विद्यालय का निरीक्षण करेगी। इसके लिए सभी विद्यालयों में सेफ्टी रजिस्टर भी लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा स्कूल मैनेजमेंट कमेटी द्वारा बैठक में सेफ्टी पर भी चर्चा की जानी जरूरी है। यदि कोई कमी पाई जाती है तो सेफ्टी रजिस्टर में इसका उल्लेख भी करना होगा।
यह अधिकारी करेंगे आडिट की निगरानी: खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) सुनिश्चित करेंगे कि उनके खंड में प्रतिमाह सेफ्टी आडिट कराया जा रहा है और चेकलिस्ट भरी जा रही है। असिस्टेंट ब्लाक रिसोर्स कोआर्डिनेटर (एबीआरसी) और ब्लाक रिसोर्स पर्सन (बीआरपी) की तीन-तीन टीमें होंगी। वहीं असिस्टेंट प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर प्रत्येक माह में चार विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे। इसके अलावा एबीआरसी और बीआरपी द्वारा चेकलिस्ट भरी जाएगी, आठ विद्यालयों का सेफ्टी आडिट करेंगे।
इन बिदुओं पर होगा आडिट: स्कूल सेफ्टी आडिट में 164 बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इन सभी बिदुओं को अलग-अलग दो भागों में बांटा गया है। फिजिकल सेफ्टी सेक्शन के तहत स्कूल बिल्डिंग, अग्नि सुरक्षा प्रबंधन, भूकंप प्रबंधन, बाढ़/तूफान/भूस्खलन प्रबंधन, इलेक्ट्रिकल सेफ्टी, निर्माण के आधार पर सेफ्टी, खेल मैदान व खेल गतिविधियों के दौरान सेफ्टी, वाटर सेफ्टी, लैबोरेट्री सेफ्टी, ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट एंड सेफ्टी को परखा जाएगा। वहीं इमोशनल तथा पर्सनल सेफ्टी के तहत ट्रामा मैनेजमेंट, दिव्यांग बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, यौन शोषण के प्रति सुरक्षा, सामाजिक एवं इमोशनल सुरक्षा, साइबर सेफ्टी के तहत जांचा जाएगा।