x
न्यूज़ क्रेडिट: टीवी 9
पढ़े पूरी खबर
देश के अंदर अवैध दवा के एक काले कारानामे का बुधवार को भंडाफोड़ हुआ है. राजस्व खुफिया निदेशालय ने कार्रवाई करते हुए हरियाणा की फैक्ट्री में चल रहे अवैध दवा के इस कारोबार का भंडाफोड़ किया है. असल में बीते कई दिनों देश में दवाओं के निर्माण, बिक्री और वितरण में शामिल ड्रग सिंडिकेट (Drug Syndicate) पर राजस्व खुफिया निदेशालय की कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में निदेशालय ने हरियाणा के यमुनानगर में एक गुप्त कारखाने का भंडाफोड़ किया है. निदेशालय ने अवैध दवा की फैक्ट्री से जो बरामदगी की उसके आधार पर इसे निदेशालय की बड़ी सफलता माना जा रहा है.
एफेड्रिन का हो रहा था अवैध निमार्ण
हरियाणा के यमुना नगर स्थित अवैध फैक्ट्री में अवैध रूप से एफेड्रिन बनाई जा रही थी. जो दमे और लो ब्लड प्रेशर के लिए दी जाती है. दरअसल राजस्व निदेशालय को अपने खुफिया सूत्रों से एक जानकारी मिली थी कि हरियाणा के यमुनानगर से सटे ग्रामीण इलाके के एक गुप्त कारखाना बनाया गया है. वहीं खुफिया सूत्रों ने राजस्व निदेशालय को यह भी जानकारी दी थी कि इस गुप्त कारखने में रासायनिक दवाओं का अवैध निर्माण चल रहा है. इसी इनपुट के आधार पर राजस्व निदेशायल की टीम ने 29 जुलाई से लगातार दो दिन तक इस जगह पर तलाशी अभियान चलाया. जिसके बाद राजस्व विभाग को अवैध दवा के इस कारखाने का भंडाफोड़ करने में सफलता मिली है.
जब्त माल की बाजार में कीमत 245 करोड़ रुपये
राजस्व निदेशालय की तरफ से अवैध दवा कारखाने के खिलाफ की गई कार्रवाई को अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाईयों में से एक माना जा रहा है. इसके पीछे वजह यह है कि राजस्व निदेशालय ने अपने इस पूरे ऑपरेशन में जो तैयार और कच्चा माल जब्त किया है. जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में 133 करोड़ रुपये कीमत बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक राजस्व निदेशालय ने इस पूरे ऑपरेशन में 245 करोड़ रुपये की ड्रग्स को अपने कब्जे में लिया गया है.
5200 किलोग्राम से अधिक का कच्चा माल बरामद
राजस्व निदेशालय ने अपनी कार्रवाई में यमुनगर की अवैध दवा फैक्ट्री से 5200 किलोमग्राम से अधिक वजन का कच्चा माल बरामद किया है. जबकि इससे अलग ऑपरेशन में661 किलो तैयार एफेड्रिन की बरामदी की गई है. जानकारी के मुताबिक रासायनिक दवाओं के निर्माण के लिए इस्तेमाल किए जा रहे सेंट्रीफ्यूज और ग्लास लाइन रिएक्टर जैसे उपकरण भी यहां से बरामद किए गए. राजस्व निदेशायल की टीम ने इस मामले में एक फाइनेंस समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया. मामले में आगे की जांच जारी है.
Next Story