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भिवानी। जिले के गांव बडेसरा में चौधर की जंग को लेकर शुरू हुआ खून के खेल में अपने बाप की मौत का बदला लेने वाले शूटर को सीआईए-टू पुलिस ने दो साथियों सहित गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि गांव में चुनावी रंजिश के चलते अब तक 6 लोगों की हत्या हो चुकी है। इस मामले में 55 लोग पहले ही जेल में बंद हैं।
बता दें कि गांव में चौधर की जंग को लेकर ये खूनी संघर्ष वर्ष-2016 में उस समय शुरू हुआ, जब तत्कालीन महिला सरपंच सुदेश की 10वीं कक्षा की मार्कशीट आरटीआई के तहत फर्जी मिली थी। इसके बाद सरपंच सुदेश व उसके पति बबलू की जेल हो गई थी। इसके बाद आरटीआई लगाने वाले बलजीत व बबलू गुट में खूनी संघर्ष शुरू हो गया था। शुरुआत में एक-एक कर चार साल में बलजीत सहित के साथ ही उसके गुट के पांच लोगों की मौत हो गई थी। साल 2017 में आरटीआई लगाने वाले पक्ष बलजीत, उसके चाचा भले व ताऊ महेंद्र की हत्या की गई। इसके बाद बलजीत गुट के ही पूर्व सरपंच पवन को वर्ष 2019 में गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया। साल 2020 में बलजीत के ताऊ के घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं इसी साल बीती 10 नवंबर को बलजीत गुट ने बबलू गुट के महेंद्र व अजीत को निशाना बनाया, जिसमें महेंद्र की मौत हो चुकी है और अजीत 7-8 गोली लगने के बाद गंभीर रूप से घायल हो गया था।
बता दें कि गिरफ्तार किए गए आरोपी ने अपने बाप की मौत का बदला लेने के लिए अपने दो साथियों की मदद ली थी। उसी ने महेन्द्र व अजीत मास्टर को निशाना बनाया था। इन तीन शूटरों ने महेंद्र व अजीत पर दर्जनों गोलियां दागी थी। इस हमले में तीन गोली लगने से महेंद्र की मौत हो गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए यह केस सीआईए-टू पुलिस को सौंपा गया था। इस मामले में कार्रवाई करते हुए सीआईए-टू पुलिस ने आरोपी और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया है।
सीआईए-2 इंचार्ज रविंद्र कुमार ने बताया कि 16 नवंबर को इस हत्याकांड में महेंद्र की हत्या हो गई थी, जबकि अजीत मास्टर गंभीर रूप से घायल हो गया था। मामले में बडेसरा गांव निवासी शूटर शीलक को उसके दो शूटर साथियों सहित भिवानी मिनी बाईपास से गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि शीलक ने अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए बबलू पक्ष के महेंद्र व अजीत पर दनादन गोलियां दागी थी। रविंद्र कुमार ने बताया कि आरोपी के कब्जे से 2 पिस्टल व 21 कारतूस बरामद किए गए हैं। फिलहाल बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है। इंस्पेक्टर ने बताया कि कि बडेसरा हत्याकांड 2016 में सरपंच चुनाव के बाद शुरू हुआ था। इस हत्याकांड में 55 लोग पहले से ही जेल में बंद हैं। फिलहाल आरोपी शीलक व उसके साथियों को 7 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आरोपी हथियार व कारतूस कहां से लाए थे और इस वारदात में उनके अलावा और कितने लोग शामिल थे।

Admin4
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