हरियाणा

नूंह-सोहना-गुरुग्राम में शांति का माहौल

Sonam
2 Aug 2023 9:01 AM GMT
नूंह-सोहना-गुरुग्राम में शांति का माहौल
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हरियाणा के नूंह में भड़की हिंसा में अब तक छह लोगों की मृत्यु हो गयी है जिसमें दो होमगार्ड और चार आम नागरिक हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि राज्य पुलिस की 30 कंपनियां और केंद्रीय सुरक्षा बल की 20 कंपनियां तनावग्रस्त इलाकों में तैनात की गयी हैं। उन्होंने बताया कि केंद्रीय सुरक्षा बलों की 20 कंपनियों में से हमने 3 पलवल, 2 गुरुग्राम, 1 फरीदाबाद और 14 कंपनी नूंह में तैनात की हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनकी आज रिमांड ली जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी जनता से अपील है कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी तरह की घटना को आगे न बढ़ने दें।

वहीं हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि यात्रा निकालने वालों ने पूरी जानकारी जिला प्रशासन के साथ साझा नहीं की थी। इसलिए यह घटना हो गयी। उन्होंने कहा कि उपद्रवियों के खिलाफ राज्य सरकार कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी। दूसरी ओर, गुरुग्राम के एसीपी वरुण दहिया ने कहा है कि सभी स्कूल, कॉलेज और दफ्तर सामान्य तरीके से चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक के आवागमन में भी कहीं कोई बाधा नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं जनता से अपील करता हूँ कि सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों के चक्कर में ना पड़ें। एसीपी ने कहा कि यदि किसी को कोई जानकारी चाहिए तो वह 112 नंबर हेल्पलाइन पर फोन कर सकता है।

दूसरी ओर, हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि फिलहाल स्थिति काबू में है। उन्होंने कहा कि 41 एफआईआर दर्ज की गयी हैं और अब तक 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि यह पूरी घटना बड़ी साजिश लगती है क्योंकि लगता है कि इसके लिए तैयारी पहले से की जा रही थी।

उधर, दिल्ली में, विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने दावा किया कि नूंह में एक धार्मिक जुलूस के दौरान हिंदुओं के खिलाफ "पूर्व नियोजित तरीके से" हमला किया गया था और हरियाणा के कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमलावरों को उकसाया था। उन्होंने राज्य सरकार पर खुफिया विफलता का भी आरोप लगाया और एनआईए से जांच कराने की भी मांग की।

इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा के गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक झड़पों के बाद अलर्ट जारी होने के दृष्टिगत दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में गश्त बढ़ा दी। साथ ही दिल्ली पुलिस ने कहा है कि हरियाणा के कुछ जिलों में हिंसा के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की किसी भी कोशिश से सख्ती से निपटा जाएगा।

वहीं, हरियाणा के नूंह में भड़की हिंसा के बाद मथुरा जिले के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आगरा परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) दीपक कुमार ने बताया, ‘‘चूंकि हरियाणा का मेवात इलाका मथुरा के कोसी, बरसाना और गोवर्धन पुलिस थाना क्षेत्रों के इलाकों से सटा हुआ है, इसलिए इन तीनों थानों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जा रही है।’’ उन्होंने कहा कि हरियाणा के सीमावर्ती इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि पल पल की स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। अधिकारियों ने चौरासी कोस परिक्रमा के तीर्थयात्रियों से भी बातचीत की और उन्हें पूरी सुरक्षा का आश्वासन दिया क्योंकि परिक्रमा का कुछ हिस्सा हरियाणा से होकर गुजरता है। पुलिस ने सीमावर्ती कमार गांव के निवासियों से बातचीत की और उन्हें अफवाहों से गुमराह नहीं होने का अनुरोध किया। मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शैलेश कुमार पांडेय ने कहा कि दोनों समुदायों की मिश्रित आबादी वाले इलाकों में शांति समिति की बैठक आयोजित की जा रही हैं।

न्याय की गुहार की गूंज

उधर, हरियाणा के गुरुग्राम में उन्मादी भीड़ के जानलेवा हमले में मारे गए मस्जिद के युवा नायब इमाम हाफिज साद की मौत को लेकर बिहार में उनके गांव में लोगों ने न्याय की गुहार लगाई है। नायब इमाम घटना के अगले दिन अपने परिवार के सदस्यों के साथ बहुप्रतीक्षित छुट्टियों का आनंद लेने बिहार आने वाले थे। उत्तर बिहार के सीतामढ़ी जिले के मनियाडीह गांव के निवासी 19 साल के हाफिज साद के लिए उनके गांव में इंसाफ के नारे गूंज रहे हैं। नायब इमाम के मामा इब्राहिम अख्तर ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘साद बाबू अपने बड़े भाई शादाब के साथ अगले दिन ट्रेन से बिहार लौटने वाले थे।’’ अख्तर ने बताया, ‘‘शादाब ने हमें शिकायत करने के लिए फोन किया था कि उनका छोटा भाई कल सुबह तक मस्जिद छोड़ने के लिए तैयार नहीं है।’’ शोक संतप्त साद के मामा ने खुलासा किया, ‘‘मस्जिद के मुख्य इमाम वहां से बाहर गए हुए थे और वह अगले दिन लौटने वाले थे। साद ने मुख्य इमाम के अनुपस्थित रहने के कारण सुबह की नमाज पढ़ाने के अपने कर्तव्य के निर्वहन को ध्यान में रखकर उनके वापस आने तक परिसर नहीं छोड़ने की बात कही थी।’’ साद के बड़े भाई शादाब गुरुग्राम में ही रहते हैं और आजीविका के लिए ट्यूशन पढ़ाते हैं। शादाब का मानना था कि साद हरियाणा में जारी सांप्रदायिक उन्माद को ध्यान में रखते हुए एक सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।

साद के पिता मुश्ताक को अपने बेटे के खिलाफ साजिश की आशंका है। उन्होंने उन रिपोर्ट को मानने से इनकार कर दिया जिसमें कहा गया है कि गोली मारने से पहले सौम्य स्वभाव वाले उनके बेटे पर तलवारों से हमला किया गया था। दुखी पिता ने कहा, ‘‘मेरे बेटे की क्या गलती थी। भीड़ ने मस्जिद के अन्य प्रबंधकों को छोड़ उनके बेटे और वहां के नायब इमाम पर ही हमला क्यों किया। मुझे न्याय चाहिए। मुझे सरकार से और कुछ नहीं चाहिए।’’ शोक संतप्त पिता ने विलाप करते हुए कहा, ‘‘हम साद और उसके भाई को स्टेशन पर लेने और उन्हें घर लाने के लिए मुजफ्फरपुर जाने की योजना बना रहे थे। अब हम यहां उस एम्बुलेंस का इंतजार कर रहे हैं जो उसका शव लाएगी।’’ बड़ा भाई जिसे ट्रेन यात्रा में साद के साथ जाना था, अब शव वाहन में लेकर सड़क मार्ग से बिहार आ रहे हैं। सीतामढी के पुलिस अधीक्षक मनोज तिवारी ने कहा, ‘‘उक्त गांव नानपुर थाना अंतर्गत आता है। मैं अंतिम संस्कार के समय शोक संतप्त परिवार को हर संभव मदद का निर्देश देता हूं।''

57-57 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान

दूसरी ओर, हरियाणा पुलिस ने नूंह में हुई हिंसा में जान गंवाने वाले दो होमगार्ड के परिवारों को 57-57 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गयी है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार हिंसा के मद्देनजर गुरुग्राम से नूंह में तैनात किए गए होमगार्ड नीरज और गुरसेव की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। बयान में कहा गया है, “हरियाणा पुलिस दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है। कोई भी राशि किसी प्रियजन को खोने से हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर सकती, लेकिन फिर भी हरियाणा पुलिस की ओर से शोकाकुल परिवारों को 57-57 लाख रुपये और हर प्रकार की मदद प्रदान की जाएगी।”

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