हरियाणा

आशा वर्कर्स आये गुस्से में पुलिस के रोकने से, इस दौरान कई बार पुलिस और आशा वर्कर्स की झड़प भी हुई पढ़े पूरी खबर

Shiddhant Shriwas
18 Feb 2022 1:16 PM GMT
आशा वर्कर्स आये गुस्से में पुलिस के रोकने से, इस दौरान कई बार पुलिस और आशा वर्कर्स की झड़प भी हुई पढ़े पूरी खबर
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फाइल फोटो 

आशा वर्करों को प्रताड़ित करना बंद कर उनकी मांगों को पूरा करे सरकार : वरुण चौधरी

जनता से रिस्ता वेबडेस्क: प्रदेश भर से आशा वर्कर्स अपनी मांगों को लेकर हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के निवास का घेराव करने पहुंचीं थीं। इससे पहले पुलिस ने अंबाला छावनी बस स्टैंड परिसर और आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हुए थे। यही कारण है कि आशा वर्कर का प्रदर्शन सफल नहीं हो सका और उन्हें बसों सहित अन्य वाहनों में भरकर वापस भेज दिया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी कर आक्रोश जताया। आशा वर्कर्स आये गुस्से में पुलिस के रोकने से, इस दौरान कई बार पुलिस और आशा वर्कर्स की झड़प भी हुई पढ़े पूरी खबर, लेकिन पुलिस बल के आगे प्रदर्शनकारियों की एक न चली।

उन्होंने कहा कि लंबे समय से वह मानदेय बढ़ोत्तरी सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रही हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। यही कारण है कि उन्हें अंबाला में स्वास्थ्य और गृह मंत्री के आवास घेराव का निर्णय लेना पड़ा। यहां उन्हें अपनी बात रखने और विरोध प्रदर्शन करने से भी रोका गया। इससे पहले आशा वर्कर्स के प्रदर्शन को देखते हुए अंबाला छावनी के बस स्टैंड पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, जिसमें महिला पुलिस भी शामिल रहीं।
साथ ही पुलिस द्वारा छावनी बस अड्डे के एंट्री गेट पर बैरिकेड्स लगाए हुए थे और गेट नंबर दो पर रोडवेज की खाली बसों को खड़ा किया गया था। वहीं चंडीगढ़ की ओर से प्रवेश करने वाली बस के गेट पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस द्वारा लंबा बैरिकेड्स लगाया गया। वहीं बस स्टैंड परिसर में पुलिस द्वारा वाटर कैनन की गाड़ी भी मौजूद रही।
जैसे ही आशा वर्कर अंबाला छावनी के बस स्टैंड पर पहुंची तो उन्हें हिरासत में लेकर बसों में ले जाकर अलग-अलग जगहों पर छोड़ दिया गया। इससे नाराज होकर आशा वर्कर ने बस में बैठे-बैठे ही नारेबाजी की। पुलिस द्वारा गृहमंत्री अनिल विज के निवास स्थान पर पुलिस द्वारा दो वाटर कैनन, दो एंबुलेंस, एक दमकल विभाग की गाड़ी, पुरुष व महिला पुलिस को भी तैनात किया गया।
गृहमंत्री के आवास पर प्रदर्शन करने जा रही आशा वर्कर्स को दो सड़का में रोका
मुलाना। अपनी मांगों को लेकर गृहमंत्री अनिल विज के आवास पर प्रदर्शन करने अंबाला जा रहीं सरस्वती नगर की आशा वर्करों को पुलिस ने दोसड़का में एक प्राइवेट बस से उतार कर वापस जाने को कहा, जिससे आशा वर्कर भड़क गईं और उन्होंने दोसड़का में ही प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
उन्होंने कहा कि सरकार जोर जबरदस्ती से उनकी आवाज दबाने का प्रयास कर रही है। आशा वर्कर सुखविंदर, शहनाज, पलविंदर, बबली व नीलम ने कहा कि अपने हक के लिए आवाज उठाना हर किसी का अधिकार है, लेकिन पुलिस द्वारा उन्हें बसों से उतार कर वापस भेजा जा रहा है। वो ऐसा कतई बर्दाश्त नहीं करेंगी, अपने हक के लिए इस लड़ाई को जारी रखेंगी। इस दौरान साहा थाना प्रभारी सूरज चावला ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन जब वो मानने को तैयार नहीं हुईं और स्वास्थ्य मंत्री आवास तक जाने की जिद पर अड़ीं तो पुलिस ने उन्हें बसों में बैठाकर वापस भेज दिया।
जींद से पहुंची आशावर्करों ने गृह मंत्री की कॉलोनी के पास दिया धरना
पुलिस प्रशासन के तमाम सुरक्षा प्रबंधों के बावजूद जींद की आशा वर्कर स्वास्थ्य और गृहमंत्री की कालोनी के समीप पहुंच गईं और धरना शुरू कर दिया। करीब 15 मिनट तक विरोध प्रदर्शन के बाद इन्हें भी पुलिस ने वापस भेज दिया।
यमुनानगर से आशावर्कर अंजू, हरदीप, सुनीता व अन्य ट्रेन के माध्यम से अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पहुंची और वहां से ऑटो में बैठकर गृहमंत्री अनिल विज के आवास तक पहुंच गई। यहां इन्होंने अपने साथियों को न पाकर वे इंडिया ऑयल कार्पोरेशन के पास पहुंच गई। यह देख पुलिस के हाथपांव फूल गए।
सूचना पर डीएसपी रामकुमार मौके पर पहुंचे और आशा वर्कर को समझाने का प्रयास किया। लेकिन जब वे नहीं मानीं तो पुलिस वैन मंगवाकर आशा वर्कर को उसमें बैठा दिया और उन्हें यमुनानगर भेज दिया गया। हालांकि जींद से पहुंची आशा वर्कर गृहमंत्री के आवास से कुछ दूरी पर शहीद स्मारक के निकट 15 मिनट तक धरना और प्रदर्शन करने में सफल रहीं।
समय करीब 11 बजकर 22 मिनट पर ई रिक्शा में सवार होकर आशा वर्कर जैसे ही गृहमंत्री के आवास पर पहुंची तो ड्यूटी पर मौजूद महिला पुलिस ने उन्हें वापस छावनी बस स्टैंड की ओर भेज दिया। अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन के गेट नंबर एक, पुल के नीचे भारी पुलिस बल तैनात रहा। वहीं रेलवे स्टेशन परिसर में पुलिस द्वारा हरियाणा रोडवेज की खाली बस को खड़ा करके रखा गया।
निर्माणाधीन शहीदी स्मारक के सामने धरने पर बैठीं आशा वर्कर
अंबाला। दो गाड़ियों में सवार करीब दो दर्जन आशा वर्कर जींद और अन्य स्थानों से जीटी रोड स्थित पेट्रोल पंप पहुंचीं, जहां से गृहमंत्री के आवास का घेराव करने के लिए पैदल सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चल पड़ीं, लेकिन निर्माणाधीन शहीदी स्मारक के सामने पुलिस द्वारा लगाए गए नाके पर उन्हें रोक लिया गया। आशा वर्कर ने पुलिस को आगे जाने के लिए कहा, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया। इसके बाद आशा वर्कर निर्माणाधीन शहीदी स्मारक के सामने सर्विस लेन पर धरने पर बैठ गईं और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया। इसके बाद पुलिस ने रोडवेज बस में बैठाकर प्रदर्शनकारियों को वापस भेज दिया।
आशा वर्करों को प्रताड़ित करना बंद कर उनकी मांगों को पूरा करे सरकार : वरुण चौधरी
बराड़ा। सरकार पूरी तरह से व्यापारी, मजदूर, कर्मचारी व किसान विरोधी है। लगातार जन विरोधी नीतियां अपनाकर हर वर्ग को प्रताड़ित किया जा रहा है। यह बात मुलाना विधायक वरुण चौधरी ने कही। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के राज में कर्मचारी, मजदूर, किसान व व्यापारी सभी वर्ग आंदोलनरत है, लेकिन सरकार में किसी वर्ग की कोई सुनवाई नहीं हुई है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार में आज बेटियां सड़कों पर हैं। प्रदेश में हजारों की संख्या में पिछले कई महीनों से आशा वर्कर जगह-जगह अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं। वहीं हरियाणा सरकार द्वारा आशा वर्कर्स के आंदोलन के प्रति दमनकारी रवैया अपनाते हुए उनकी हड़ताल पर एस्मा लगाने का आदेश जारी किया है। विधायक ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार आशा वर्करों को प्रताड़ित करना बंद करे और उनकी मांगों पर तुरंत विचार कर उनकी मांगों को पूरा करे।
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