हरियाणा

युवती से दुष्कर्म का आरोपी अंकुर गिरफ्तार, जानिए क्या हैं पूरा मामला

Teja
23 Jun 2022 6:30 AM GMT
युवती से दुष्कर्म का आरोपी अंकुर गिरफ्तार, जानिए क्या हैं पूरा मामला
x

फाइल फोटो 

डीएसपी के अनुसार, यह बातें एसआईटी द्वारा पूछताछ के दौरान शामिल किए गए अन्य व्यक्तियों ने भी बताई हैं।

जनता से रिस्ता वेबडेसक | पश्चिम बंगाल से किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए हरियाणा के बहादुरगढ़ में टीकरी बॉर्डर आई युवती के साथ दुष्कर्म व छेड़छाड़ करने के मामले में अति वांछित आरोपी अंकुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले उसने स्थानीय अदालत में आत्मसमर्पण किया था। वह पांच महीने से फरार था। उसको पकड़ने के लिए पुलिस विभाग ने 25000 रुपये का इनाम घोषित किया था।

बहादुरगढ़ के डीएसपी पवन कुमार के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने जिला चरखी दादरी के गांव मंदोला के निवासी अति वांछित आरोपी अंकुर को मंगलवार को अदालत परिसर बहादुरगढ़ से काबू किया है। पुलिस ने अदालत से अंकुर को पूछताछ के लिए एक दिन के रिमांड पर लिया और रिमांड अवधि पूरी होने के बाद बुधवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि 9 मई 2021 को थाना शहर बहादुरगढ़ में दर्ज आपराधिक मामले के अनुसार टीकरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन क्षेत्र में आंदोलन के समर्थन में पहुंची पश्चिम बंगाल की युवती के साथ छेड़खानी व दुष्कर्म की वारदात की गई थी। मामले की जांच के लिए उनके नेतृत्व में गठित एसआईटी में थाना शहर प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार, महिला थाना बहादुरगढ़ की प्रभारी उप निरीक्षक नीलम, सीआईए-टू बहादुरगढ़ के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार को शामिल किया गया था।

डीएसपी ने बताया कि 11 अप्रैल 2021 को पीड़िता पांच व्यक्तियों अनिल मलिक, जगदीश बराड़, अंकुर, अनूप चानौत व एक महिला के साथ पश्चिम बंगाल से किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए बहादुरगढ़ के लिए चली थी। पीड़िता के पिता ने एसआईटी को बताया था कि उनकी बेटी अनूप चानौत व अनिल मलिक के साथ बहादुरगढ़ में उनके टेंट में रह रही थी। जहां उसके साथ छेड़खानी व गलत काम करने की सारी बातें उनकी पीड़ित बेटी ने उनको बताई थी। पीड़िता की 30 अप्रैल को बहादुरगढ़ के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।

डीएसपी के अनुसार, यह बातें एसआईटी द्वारा पूछताछ के दौरान शामिल किए गए अन्य व्यक्तियों ने भी बताई हैं। शिकायतकर्ता ने अपनी दरखास्त में आरोप लगाया था कि उनकी बेटी के साथ अनिल मलिक, अनूप चानौत व अन्य द्वारा छेड़खानी व खराब काम किया गया था। एसआईटी ने किसान नेता योगेंद्र यादव समेत 30 से अधिक व्यक्तियों

Next Story