हरियाणा
आक्रोशित ग्रामीण पहुंचे DC ऑफिस, मां-बेटी की मौत पर नहीं मिला मुआवजा
Shantanu Roy
2 July 2022 9:22 AM GMT
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बड़ी खबर
हिसार। हरियाणा के हिसार जिले में गांव ढंढूर बीड में शुक्रवार रात को भीम सिंह के मकान की छत गिरने से भीम सिंह की पत्नी रानी देवी और बेटी इंदू की मौत हो गई थी। मृतकों के लिए मुआवजा राशि की मांग को लेकर आज भीम सिंह के रिश्तेदारों व ग्रामीणों ने डीसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। ग्रामीण राजेश ने कहा कि भीम सिंह के परिवार में अब कोई नहीं रहा। इसलिए उसका इलाज शहर के एक अच्छे अस्पताल में प्रशासन को करवाना चाहिए।
पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए। भीम सिंह की देखभाल करने वाला भी कोई नहीं है। कच्चे मकान की छत को लेकर कई बार गांव के सरपंच से बात की गई कि उसे लोन दिलाया जाए, परंतु सरपंच ने गांव अवैध बसा होने की वजह से लोन नहीं दिया गया, जबकि गांव के कुछ संपन्न परिवारों को लोन मिल चुका है।
2 की हो गई थी मौत
गांव ढंढूर में शुक्रवार रात करीब 1 बजे भीम सिंह के कच्चे मकान की छत गिर गई। छत के मलबे के नीचे आने से उसकी पत्नी रानी देवी और बेटी इंदू की मौत हो गई। अल सुबह 3 बजे पड़ोसियों ने उनके घर से आवाज सुनी तो मलबा हटाकर उन्हें बाहर निकाला। मृतका रानी देवी की उम्र करीब 45 साल और इंदू की उम्र 8 साल थी।
गांव के आरटीआई एक्टिविस्ट महेंद्र सिंह गोंदर ने बताया कि भीम सिंह और उसकी पत्नी रानी देवी मजूदरी करते थे। मकान की छत कच्ची थी। शुक्रवार रात 1 बजे बारिश की आंशका से तीनों मकान के अंदर सो गए, लेकिन रात को छत गिर गई। भीम सिंह का पैर टूट गया।
रानी देवी और इंदू की मलबे में दबने से मौत हो गई। आरटीआई एक्टिविस्ट महेंद्र सिंह गोंदर का कहना है कि बीपीएल परिवार का होने के बावजूद भी भीम सिंह को पक्का मकान बनाने के लिए राशि नहीं मिली थी। ग्रामीणों की मांग हैं कि प्रशासन पीड़ित परिवार को ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाए।
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