हरियाणा

आदमपुर उपचुनाव: भव्य जीते तो भजन लाल परिवार के नाम बन जाएगा नया रिकार्ड!

Shantanu Roy
9 Oct 2022 6:28 PM GMT
आदमपुर उपचुनाव: भव्य जीते तो भजन लाल परिवार के नाम बन जाएगा नया रिकार्ड!
x
बड़ी खबर
चंडीगढ़। आदमपुर विधानसभा सीट पर चुनावी बिगुल बजने के साथ ही अब विभिन्न दलों के उम्मीदवार मैदान में उतारने लगे हैं । भाजपा द्वारा पूर्व विधायक कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को टिकट दिए जाने के साथ ही इस बार आदमपुर विधानसभा सीट से स्व. चौ. भजनलाल परिवार की तीसरी पीढ़ी चुनावी ताल ठोकेगी। खास बात है कि अतीत में कई तरह के रिकॉर्ड स्थापित करने वाले भजनलाल परिवार से इस बार पांचवें सदस्य के तौर पर भव्य बिश्नोई आदमपुर की सीट पर भाग्य आजमाएंगे । यदि इस उपचुनाव में भव्य जीत जाते हैं तो फिर भजन लाल परिवार के नाम एक ही सीट से परिवार के पांच सदस्यों के जीतने का नया रिकॉर्ड बन जाएगा । इससे पहले एक विधानसभा सीट से परिवार के 4 सदस्यों के जीतने का रिकार्ड चौ. देवी लाल व चौ. भजनलाल परिवार के नाम दर्ज है । सिरसा जिला की रोड़ ी विधानसभा सीट से चौ. देवी लाल के अलावा उनके दो बेटे चौ. ओम प्रकाश चौटाला व चौ. रणजीत सिंह तथा पौत्र अभय सिंह चौटाला विधायक रह चुके हैं तो वहीं आदमपुर विधानसभा क्षेत्र से चौ. भजनलाल, उनकी पत्नी जसमा देवी, बेटे कुलदीप बिश्नोई व पुत्रवधु रेणुका बिश्नोई विधायक रह चुकी हैं। आदमपुर विधानसभा क्षेत्र से चौ. भजन लाल 9 बार, उनकी पत्नी जसमा देवी एक बार, बेटे कुलदीप बिश्नोई 4 बार व पुत्रवधु रेणुका बिश्नोई एक बार विधायक बन चुके हैं । अब देखना है कि इस परिवार के पांचवे सदस्य भव्य बिश्नोई को लेकर आगामी 3 नवम्बर को क्षेत्र के मतदाता क्या फैसला करते हैं।
रोड़ी सीट से देवीलाल परिवार के चार सदस्य रहे हैं विधायक
सबसे बड़े सियासी घराने चौ. देवीलाल परिवार के नाम भी सियासत में कई रिकार्ड हैं। हरियाणा के सिरसा जिला की रोड़ी विधानसभा सीट से चौधरी देवीलाल परिवार के चार सदस्य विधायक रहे हैं। सबसे पहले फरवरी 1975 में हुए रोड़ी उपचुनाव में चौ. देवीलाल विधायक चुने गए थे। इसके बाद चौधरी देवीलाल के बेटे चौधरी रणजीत सिंह साल 1987 में रोड़ी सीट से विधायक निर्वाचित हुए। इसके बाद साल 1996, 2000 और 2005 में चौधरी ओमप्रकाश चौटाला रोड़ी से विधायक बने। साल 2000 में इस सीट पर हुए उपचुनाव में अभय सिंह चौटाला ने जीत दर्ज कर थी और वे विधायक चुने गए थे।तोशाम सीट से पहले बंसीलाल और फिर
बेटा व बहू बने विधायक
वहीं तोशाम विधानसभा सीट पर भी एक 'लाल' परिवार के तीन सदस्य विधायक चुने गए हैं। चौधरी बंसीलाल सबसे पहले साल 1967 में तोशाम से विधायक चुने गए। वे 6 बार तोशाम से विधायक रहे।
इसी तरह से चौ.बंसीलाल के बेटे सुरेंद्र सिंह 1977 में पहली बार तोशाम से विधायक बने। इसके बाद सुरेंद्र सिंह 1982 और 2005 में तोशाम से विधायक निर्वाचित हुए।
इसी प्रकार से 2005 के उपचुनाव में सुरेंद्र सिंह की पत्नी किरण चौधरी पहली बार तोशाम से विधायक रहीं। इसके बाद किरण लगातार 2009, 2014 और 2019 में भी विधायक बनने में सफल हो सकी थीं।
भजन लाल परिवार की 2 महिला सदस्य बनी हैं विधायक
हरियाणा की राजनीति में लगातार एक सीट से 15 चुनाव जीतने का रिकॉर्ड तो इस सियासी घराने के नाम है ही, वहीं एक ही सीट पर भजनलाल और उनके बेटे कुलदीप बिश्नोई जीत की हैट्रिक भी लगा चुके हैं। सदस्य बनने में सफल रही हैं। भजनलाल परिवार से पहली बार भजनलाल की पत्नी जसमां देवी 1987 में आदमपुर से विधायक चुनी गईं।
इसके बाद इसी परिवार से रेणूका बिश्रोई 2011 के उपचुनाव में विधायक बनने में कामयाब रही थीं, जबकि प्रदेश के अन्य कई ब?े सियासी घरानों से केवल एक-एक महिला सदस्य ही विधायक बनी हैं। चौ. देवीलाल परिवार से देवीलाल की पौत्रवधु नैना चौटाला ने साल 2014 में सक्रिय सियासत में कदम रखा और वे 2014 के विधानसभा चुनाव में डबवाली से विधायक चुनी गईं। नैना वर्तमान में बाढड़ा सीट से विधायक हैं। इसी प्रकार चौ. बंसीलाल परिवार से किरण चौधरी ने दिल्ली से अपनी राजनीतिक पारी की शुरूआत की।
1998 में दिल्ली की विधायक रहने के बाद अब लगातार चार बार तोशाम से विधायक बन चुकी हैं। वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे राव बीरेंद्र सिंह की बहन राजकुमारी सुमित्रा देवी भी तीन बार हरियाणा विधानसभा की सदस्य रह चुकी हैं। हरियाणा के एक अन्य बड़े परिवार हुड्डा परिवार से कोई भी महिला सक्रिय सियासत में नहीं रही हैं।
Next Story