
सोनीपत : राज्य सरकार द्वारा गेहूं के टूटे और सिकुड़े दाने और कम चमकदार की खरीद पर राहत देने की घोषणा की है लेकिन अब तक लिखित में आदेश नहीं आए हैं। इससे आढ़तियों में आशंका है कि कहीं लस्टर लास के नाम पर उनकी आढ़त से कटौती न कर दी जाए।
गोहाना की अनाज मंडी में बुधवार सुबह गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो गई थी। 10 हजार क्विंटल गेहूं खरीदा गया। इसके बाद आढ़तियों ने एलान कर दिया कि जब तक छूट के लिखित आदेश नहीं आएंगे तब तक गेहूं की खरीद नहीं की जाएगी। आढ़तियों ने सुबह 11 बजे गेहूं की खरीद बंद कर दी और बाद में सोनीपत में उपायुक्त ललित सिवाच के साथ बैठक की। आढ़ती लिखित आदेश देने पर अड़े हैं।
केंद्र सरकार द्वारा गेहूं की खरीद को लेकर नियम बनाए गए हैं, जिसके अनुसार राज्यों को खरीद करनी होती है। छह प्रतिशत से कम सिकुड़े और टूटे गेहूं की खरीद पर किसी तरह की कटौती नहीं होती है। उसके बाद 18 प्रतिशत तक टूटे और सिकुड़े गेहूं पर कटौती होती है।
