
नूंह हिंसा में गोली लगने से हुई पानीपत के नूरवाला निवासी अभिषेक की मौत मामले में परिजनो ने फिलहाल शव लेने से इनकार कर दिया है। सामान्य अस्पताल में विश्व हिंदू परिषद समेत विभिन्न सामाजिक संगठनों के सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए है। वह लगातार प्रदर्शन कर रहे है। पुलिस लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही है। परिजनों ने पुलिस प्रशासन के सामने अपनी मांग रखी है। जिसमें उन्होंने मामन खान की गिरफ्तारी, बेटे को शहीद का दर्जा और नूंह का नाम बदलकर अभिषेक नगर रखने की अपील की ।
शांति बनाए रखने की अपील
विश्व हिंदू परिषद की तरफ से मंगलवार को बैठक कर पानीपत के सभी शहर वसियों से शहर बंद करने का आह्वान किया था और एकजुट होकर सिविल अस्पताल पहुंचने की अपील की थीं। जिसके बाद जिला प्रशासन की तरफ से धारा 144 लागू की गई थी और शांति बनाए रखने की अपील की थी। अभिषेक का रात करीब 10:30 बजे पानीपत साहू पहुंचा था, जिसे रात सामान्य अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया था। रात करीब 11:00 एसपी अजीत सिंह शेखावत ने परिवार के घर पहुंच कर उन्हें निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया था और शांति बनाए रखने की अपील की थी।
पुलिस छावनी में बदला सिविल अस्पताल
विश्व हिंदू परिषद के आह्वान के बाद पानीपत पुलिस अलर्ट हो गई थी। सभी डीएसपी और इंस्पेक्टर की सिविल अस्पताल में तैनात किया गया था । सुबह 6:00 बजे हेड क्वार्टर डीएसपी धर्मवीर खर्ब, 4 इंस्पेक्टर के साथ सिविल अस्पताल में तैनात हैं। जैसे-जैसे लोगों की संख्या बढ़ी तो पुलिस फोर्स बुला ली गई।
पानीपत में बाजार और दुकानें बंद
विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर बुधवार को सभी बाजार और दुकानें बंद है। विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग बाजार प्रधान नेतागण इकट्ठा होकर सिविल अस्पताल पहुंचकर परिवार को सांत्वना दी रहे है।
सांसद, विधायक, डीसी और एसपी अस्पताल में पहुंचे
करनाल लोकसभा के सांसद संजय भाटिया, शहरी विधानसभा से विधायक प्रमोद विज, डीसी वीरेंद्र कुमार दहिया, एसपी अजीत सिंह शेखावत सिविल अस्पताल पहुंचे और परिवार से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन परिजन अपनी मांग को लेकर अड़े हुए हैं।
