हरियाणा

विदेश भेजने का झांसा देकर चार युवकों से 50.79 लाख रुपए ठगे

Shantanu Roy
20 Aug 2022 4:14 PM GMT
विदेश भेजने का झांसा देकर चार युवकों से 50.79 लाख रुपए ठगे
x
बड़ी खबर
करनाल। विदेश भेजकर वहां अच्छा काम दिलवाने के नाम पर चार युवकों से एक महिला सहित दो लोगों ने 50 लाख 79 हजार 500 रुपये ठग लिए। चारों युवकों से रुपये लेने के बाद आरोपियों ने उन्हें पासपोर्ट पकड़ा दिए। जैसे ही उन्होंने ऑनलाइन वीजा चेक किया तो अपने साथ हुई धोखाधड़ी का पता चला। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। खेड़ी नरु निवासी कृष्ण कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि जिला कचहरी करनाल में आरिफ शेख निवासी अहमदाबाद से वह मिलता रहता था। आरिफ ने उसे बताया कि वह लोगों को विदेश भेजने का काम करता है। यह बात उसने अपने दोस्तों आशीष, राहुल, नीरज व अन्य को बताई तो उन्होंने विदेश जाने की इच्छा जताई। आरिफ शेख ने कहा कि मोहम्मद शफीक खान व जरीना खान वासी मुंबई उन चारों को विदेश भेज देंगे और वहां पर अच्छा काम भी दिलवा देंगे। इसके लिए उसने एक व्यक्ति के 16 लाख रुपये खर्च आने की बात कही। वहीं एक साथ चारों लोगों को विदेश भेजने के लिए करीब 50 लाख रुपये मांगे। जिस पर वे सहमत हो गए।
शिकायतकर्ता कृष्ण कुमार ने बताया कि नवंबर 2021 को तीनों अपनी टीम के साथ करनाल आए और नमस्ते चौक स्थित एक होटल में रुके और उन्हें भी होटल में बुलाया। जहां पर वे चारों होटल में गए और चारों से पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक स्टेटमेंट व फोटो आदि ले लिए और कहा कि वे उनके वीजा की प्रक्रिया शुरू करते हैं और फाइल चार्ज के लिए 10 लाख रुपये की मांग की। उसके बाद दिसंबर 2021 में उन्होंने उनसे 10 लाख रुपये नकद ले लिए और विश्वास दिलाया कि जल्द वीजा आ जाएगा। शिकायतकर्ता ने बताया कि इसके बाद उसे, राहुल, आशीष व नीरज को फिंगरप्रिंट के लिए तीन-चार बार दिल्ली बुलाया। आरोपियों ने तीनों का पासपोर्ट दिखाकर कहा कि राहुल, आशीष व नीरज का वीजा आ गया है। अब हमें भुगतान करो। जिसके बाद उन्होंने गूगल पे व बैंक के माध्यम से उनके खातों में 17 लाख 32 हजार 500 रुपये अलग-अलग तिथियों पर दिए। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपियों ने उनसे कहा कि वे उन्हें विदेश में काम दिलवा देंगे, ऐसे में बाकी बचे हुए पैसों का भुगतान करने को कहा। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपियों को सारी राशि का भुगतान करने के बाद उन्हें पासपोर्ट देने और विदेश भेजने की बात कही तो उन्होंने आशीष व राहुल का पासपोर्ट उन्हें दे दिया। जिसके बाद उन्होंने ऑनलाइन वीजा चेक किया तो वीजा फर्जी निकला और उस पर लगी मोहर भी फर्जी है।
Next Story