
फरीदाबाद :फतेहाबाद शहर में बंदरों को पकड़ने का टेंडर आखिरकार तीसरी बार में खुल गया है। लेकिन टेंडर खुलते ही विवाद शुरू हो गया है। विवाद भी सही है। दरअसल सिरसा की जिस एजेंसी के नाम टेंडर आलाट हुआ है उसने एक बंदर पकड़ने के लिए 3200 रुपये की राशि भरी है। इसके अलावा दो अन्य एजेंसी भी आई। जिन्होंने 3500 से 3900 रुपये की राशि भरी है।
फतेहाबाद से महज 20 किलोमीटर दूर भूना की नगरपालिका है। यहां एक बंदर पकड़ने के लिए 750 रुपये की राशि दी गई। ऐसे में 20 किलोमीटर दूर में यह राशि चार गुणा से अधिक बढ़ गए है। ऐसे में अधिकारियों के सामने मुश्किलें भी खड़ी हो गई। उधर टेंडर को लेकर विवाद भी शुरू हो गया है। ऐसे में नप अधिकारियों ने एजेंसी को कम रुपये करने की बात कही है, अगर रुपये कम नहीं होते है तो एक बार फिर बंदर पकड़ने का टेंडर रद हो सकता है।
नप कार्यालय में पिछले महीने शहरवासियों ने प्रदर्शन किया था। पिछले कुछ दिनों से लगातार बंदर महिलाओं व बच्चों पर हमला कर रहे है। दो बार हाउस मीटिंग में बंदर पकड़ने का मुद्दा पास हो गया था लेकिन अभी तक इस पर अमल नहीं किया जा रहा था।
प्रदर्शन हुआ तो आनफान में नप अधिकारियों ने इसकी अनुमति ली और टेंडर लगाया। पहली बार टेंडर लगाया तो एक एजेंसी आई, ऐसे में नियम के अनुसार टेंडर को रद कर दिया गया। दूसरी बार टेंडर लगाया तो एक भी एजेंसी नहीं आई। तीसरी बार में तीन एजेंसी आई हैं, लेकिन इन एजेंसी ने बंदर पकड़ने के लिए इतनी राशि डाली है कि अधिकारियों के भी होश उड़ गए है।
