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सोहना। जिले के गांव कादरपुर में बुरारिक मंदिर के ऊपर अरावली की पहाड़ी पर बने पशुओं के बाड़े में जहरीला चारा खाने से करीब 40 भैसों की दर्दनाक मौत हो गई। अफसोस की बात यह है कि पुलिस सीमा विवाद में उलझी हुई है और पीड़ित कभी भोंडसी पुलिस थाना तो कभी मारूति कुंज पुलिस चौकी तो कभी सेक्टर 65 पुलिस थाने के चक्कर काटने को मजबूर हो गया है। तीन दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा इस मामले में कोई कार्रावाई अमल में नही लाई गई है और ना ही मृत भैसों का अभी तक कोई पोस्टमार्टम कराया गया है।
कादरपुर निवासी खेमराज दायमा और भीम ने बताया कि उन्होंने भैंसो को रखने के लिए बुरारिक मंदिर के समीप अरावली की पहाड़ी में बाड़ा बनाया हुआ है। वे दूध बेचकर ही अपने परिवार की गुजर बसर करते हैं। पीड़ितों ने बताया कि वे पशुओ के लिए चोखर व भूसी राजस्थान के सवाई माधोपुर जिला के अजीत गढ़ में बनी बियर कंपनी से मंगवा रहे थे। अबकी बार जो भूसी मंगवाई गई थी वह जहरीली थी और जैसे ही भैसों ने उस चारे को खाया वैसे ही भैंसों की तबीयत खराब हो गई और एक के बाद एक लगातार करीब 40 भैसों ने दम तोड़ दिया।
बता दें कि गुरुग्राम पुलिस इस मामले में पिछले तीन दिन से सीमा विवाद में उलझी हुई है। हैरानी की बात है कि इसी वजह से तीन दिन से मृत पशुओ का पोस्टमार्टम भी नहीं हो सका है। हालत यह हो गई है कि मृत पशु सड़ने की कगार पर आ गए है। इसके बावजूद पुलिस कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है।
Admin4
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