हरियाणा

लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी व लोन दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार

Shantanu Roy
11 Sep 2022 4:23 PM GMT
लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी व लोन दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार
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बड़ी खबर
फरीदाबाद। लाइफ इश्योरेंस पॉलिसी और लोन दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले तीन आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए साइबर अपराध थाना सेंट्रल की टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में विशाल, अंकित तथा उदित उर्फ गोपी का नाम शामिल है। आरोपी अंकित और उदित उर्फ गोपी उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के लोनी के तथा आरोपी विशाल दिल्ली के राजा बाजार का रहने वाला है। आरोपियों ने फरीदाबाद के रहने वाले प्रेमचंद के मोबाइल से बात कर इंडिया फर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस पालिसी करवाने पर आदित्य बिरला कैपिटल से 15 लाख रु का लोन दिलाने के नाम पर अपने फर्जी खाते में 26 फरवरी को 75 हजार व 28 फरवरी को भी 75 हजार रुपए डलवा कर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया। आरोपी इस बीच उनसे कई बार संपर्क करने की कोशिश करता रहा।
पीड़ित ने 19 जुलाई को इसकी शिकायत साइबर थाने में दी जिसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू की गई। डीसीपी नीतीश कुमार अग्रवाल ने मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश दिए जिसके तहत सहायक पुलिस आयुक्त विनोद कुमार की देखरेख में निरीक्षक सतीश कुमार प्रबंधक थाना साइबर अपराध सेंट्रल के नेतृत्व में टीम का गठन किया जो उपरोक्त साइबर टीम ने साइबर तकनीक का प्रयोग करके मामले में शामिल तीनों आरोपियो को गाजियाबाद के वैशाली में कॉल सेन्टर चलाते हुए गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को अदालत में पेश करके 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था आरोपियों से पांच मोबाइल फोन व सिम कार्ड सहित 39 हजार रुपए नकद बरामद हुए है।
आरोपियों ने एक अन्य वारदात का भी किया खुलासा
पूछताछ के दौरान आरोपियों नेे फरीदाबाद में सेक्टर-29 में रहने वाले अपूर्व सिंह के साथ भी एक अन्य 7.1 लाख की वारदात का खुलासा किया। आरोपियों से पीड़ित अपूर्व सिंह के मामले में 42 हजार रुपए बरामद हुए है। आरोपी अपने व्हाट्सएप व ट्रूकॉलर का आइकन आदित्य बिरला कैपिटल का लगाकर रखते थे। आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि आरोपी अपने कॉल सेंट्रर का स्थान पुलिस से बचने के लिए बदलते रहते है। आरोपियों ने पीड़ित प्रेंमचन्द के साथ धोखाधड़ी की वारदात को दिल्ली के मोती नगर में तथा आरोपी अपूर्व सिंह के साथ गाजियाबाद के वैशाली में अंजाम दिया था। आरोपी धोखाधडी के मामलों को करीब डेढ साल से अंजाम दे रहे है। जिसमें करीब 50-60 लाख रुपए का लेन देन कर चुके है।
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