चंडीगढ़। हरियाणा दिवस पर स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पंजाब से अलग होने के बाद इन 57 वर्षों मेें हरियाणा ने विकास के कई आयाम स्थापित किए हैं जिसके चलते देश और विदेश में प्रदेश का नाम हुआ है। उन्होंने जगाधरी (यमुनानगर) में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस प्रदेश का वर्णन कई महान ग्रंथों में भी है। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की बात हो, उद्योग में पानीपत की बात हो या फिर साइबर सिटी गुरुग्राम में दुनिया की तमाम बड़ी कंपनियों के कार्यालय हो। उन्होंने कहा कि हरियाणा ने कृषि और खेल के क्षेत्र में भी खुद को सिरमौर के रूप में स्थापित किया है।
प्रदेश की मनोहर सरकार के 9 वर्षों में हरियाणा ने हर क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए है। आज हरियाणा प्रदेश ने विश्व पटल पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। कंवरपाल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कल 2 नवंबर को करनाल में अंत्योदय महासम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। यह महासम्मेलन हरियाणा में आए उस बदलाव का प्रतीक है, जिसका संकल्प मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने वर्ष 2014 में जनसेवा का दायित्व ग्रहण करने पर लिया था। उस समय भय, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, क्षेत्रवाद, जाति, वर्ण आदि भेदभावों से त्रस्त हरियाणा प्रदेश की जनता ने व्यवस्था परिवर्तन के लिए जनादेश दिया था। इस जनादेश का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने अंत्योदय की भावना से काम करना शुरू किया और आज 9 साल बाद अपने इस लक्ष्य की प्राप्ति में सफल हो गए हैं।