दो गुटों के बीच बालू के वर्चस्व को लेकर फिरसे गरजी बंदूकें
सिटी क्राइम न्यूज़: भोजपुर जिले के कोइलवर थाना क्षेत्र के कमालुचक दियारा में अभी दोहरे हत्याकांड की आग ठंडी भी नही हुई है कि एक बार फिर इस इलाके में अवैध बालू घाटों पर कब्जे को लेकर फायरिंग शुरू हो गई है।सोन के सुनहरे रेत को लेकर वर्चस्व की चल रही लड़ाई ने कमालुचक दियारे में पाण्डेय गिरोह और सिपाही गिरोह के बीच फिर से अदावत का झंडा गाड़ दिया है।दोनों गिरोहों के बीच ताबड़तोड़ फायरिंग की गई है और इस फायरिंग की घटना के बाद शनिवार को भोजपुर के एडिशनल एसपी हिमांशु के नेतृत्व में डीआईयू की टीम ने कोइलवर और बड़हरा थाना इलाको में दोनों गिरोह के अपराधियों के सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी की है। इस छापेमारी को लेकर एसआईटी की टीम भी कमालुचक और पंचरुखिया इलाके में निकल पड़ी है और बालू के अवैध कब्जे में लगे अपराधियों की गिरफ्तारी में जुट गए हैं।कोइलवर के इलाके में सैकड़ो की संख्या में पुलिस बल के जवान पाण्डेय गिरोह और सिपाही गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने की मुहिम में जुटे हुए हैं और इस दौरान पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार भी किया है।गिरफ्तार दोनों अपराधियों की पहचान हाल ही में पत्रकार के घर पर फायरिंग करने वाले नामजद अभियुक्त के रूप में हुई है।
बालू माफियाओं के खिलाफ लगातार खबर लिखने वाले एक पत्रकार को जान से मारने के लिए उनके घर मे घुसकर दोनों अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी।इस दौरान पत्रकार के घर मे लगे सीसीटीवी कैमरे में दोनों की तस्वीर कैद हो गई थी।यह संयोग था कि फायरिंग के समय पत्रकार घर मे नही थे अन्यथा उनकी हत्या हो सकती थी।कमालुचक दियारे में एकबार फिर फायरिंग कर आतंक मचाने वाले गिरफ्तार अपराधी की पहचान पंचरुखिया निवासी संजय पाण्डेय और प्रभु कुमार उर्फ पकौड़ी बिंद के रूप में हुई है।पत्रकार की मां पार्वती कुंवर ने इन दोनों पर फायरिंग करने को ले एफआईआर दर्ज कराया था और उस मामले में भी पुलिस इन दोनों की तलाश कर रही थी।पत्रकार की मां ने बुधवार को ही तीन नामजद और पांच अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध एफआईआई दर्ज कराया था।
बताया जाता है कि इन दोनों अपराधियों के पास से एक पिस्टल और 28 कारतूस बरामद किया गया है।गिरफ्तार किया गया पंचरुखिया निवासी संजय पाण्डेय आरा जेल में बन्द कुख्यात अपराधी सत्येंद्र पाण्डेय का भाई है।कमालुचक दियारे में हुए दोहरे हत्याकांड में भी पुलिस इसे तलाश कर रही थी।पुलिस ने कमालुचक दियारे में अपनी तरफ से जाल बिछा दी है और दो अपराधियों के साथ ही पिस्टल और कारतूस के साथ बालू की अवैध निकासी के लिए बालू घाट पर लाई गई एक पोकलेन को भी जब्त किया है। बता दें कि गत दो अप्रैल को भी आरा जेल में बन्द कुख्यात सत्येंद्र पाण्डेय के पुत्र नीरज पाण्डेय को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है।इसी साल 21जनवरी 2022 को कमालुचक दियारे में सोन के सुनहरे रेत पर कब्जे को लेकर पाण्डेय गिरोह और सिपाही गिरोह के बीच खूनी संघर्ष हुआ था और इस दौरान हुए फायरिंग में दो लोगो की हत्या हो गई थी।इस कांड में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी में पुलिस जुटी ही थी कि पुनः यहां बालू घाट पर कब्जे को लेकर फायरिंग की घटनाएं शुरू हो गई है। बताया जाता है कि पंचरुखिया निवासी और पाण्डेय गिरोह का सरगना सत्येंद्र पाण्डेय की गिरफ्तारी के बाद इस गिरोह को कमजोर होते देख सिपाही गिरोह फिर से हावी होने की कोशिश में लगा हुआ है और पोकलेन के सहारे बालू घाट पर कब्जा करने में जुटा हुआ है।इसी दौरान यहां एक बार फिर दोनों गिरोहों की तरफ से फायरिंग हुई है।भोजपुर के एसपी विनय तिवारी ने शनिवार को कोइलवर थाना क्षेत्र के कमालुचक दियारे में चल रही छापेमारी की पूरी जानकारी ली है और एडिशनल एसपी हिमांशु को फायरिंग में शामिल सभी अपराधियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं।फिलहाल एक बार फिर कोइलवर का कमालुचक दियारा इलाका बालू के कब्जे को लेकर फायरिंग का गवाह बन गया है जहां सैकड़ो की संख्या में पुलिस के जवान कार्रवाई में जुटे हुए हैं।