गुजरात
ट्राई लाने जा रही हैं नई योजना, जल्द ही मिलेगा फेक कॉल्स और फर्जी संदेशों से छुटकारा
Gulabi Jagat
30 Nov 2022 7:10 AM GMT
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ट्राई ने अपने बयान में कहा है कि वह वित्तीय धोखाधड़ी को रोकने के लिए एक टेक्नोलॉजी लेकर आ रहे हैं जिससे फेक कॉल और मैसेज का पता आसानी से लगाया जा सकेगा
अगर आप भी स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करते है और अपने स्मार्टफोन पर आने वाले फेक कॉल और एसएमएस से परेशान हैं तो आपके लिए एक बड़ी खबर है। दरअसल जल्द ही आपको इन फेक कॉल्स और संदेशों से छुटकारा मिलने वाला है। इसके लिए ट्राई एक नई टेक्नोलॉजी पर काम करा रहा है। ट्राई ने अपने बयान में कहा है कि वह वित्तीय धोखाधड़ी को रोकने के लिए एक टेक्नोलॉजी लेकर आ रहे हैं जिससे फेक कॉल और मैसेज का पता आसानी से लगाया जा सकेगा।
ट्राई कर रही इस विशेष टेक्नोलॉजी पर काम
आपको बता दें कि सरकार ने स्पैम कॉल को रोकने के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर काम करना शुरू किया है। ट्राई ने कहा कि इन फेक कॉल्स के कारण जनता को काफी परेशानी होती है। साथ ही यह व्यक्ति की निजता पर अतिक्रमण करता है। अपंजीकृत टेलीमार्केटर्स (यूटीएम) के खिलाफ शिकायतें दर्ज की गई हैं, यहां कई तरह के यूसीसी एसएमएस को बढ़ावा देते हुए पाया गया था। ट्राई ने रेगुलटर्स की ज्वाइंट कमिटी बनाकर तैयार की है। 10 नवंबर को कमेटी की मीटिंग की गई थी। इस मीटिंग में दूरसंचार विभाग (DoT) और गृह मंत्रालय (MHA) के अधिकारी भी शामिल रहे थे।
ग्राहकों से लेनी होगी परमिशन
गौरतलब है कि ट्राई ने फेक कॉल और मैसेज को रोकने के लिए टेलीकॉम कमर्शियल कम्युनिकेशंस कस्टमर प्रेफरेंस रेगुलेशंस-2018 जारी किया है, जिसमें ब्लॉकचेन पर आधारित एक इकोसिस्टम तैयार किया गया है। यह रेगुलेशन सभी टेली मार्केटर्स को डीएलटी प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन, ग्राहक से उनके पसंद के समय और दिन पर विभिन्न प्रकार के प्रचार के लिए उनसे सहमति लेने का आदेश देती है। इसका मतलब है कि उपभोगता की मर्जी के दिन और समय पर ही मैसेज भेजे जा सकता है। साथ ही मैसेज का फॉर्मेट भी तय किया जा चुका है।
Gulabi Jagat
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