गुजरात

महाराष्ट्र के पुदीना की गुजरात में बढी काफी मांगे

Deepa Sahu
8 Nov 2021 2:05 PM GMT
महाराष्ट्र के पुदीना की गुजरात में बढी काफी मांगे
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शरीर के विभिन्न रोगों (Diseases) को दूर करने के गुण वाले पुदीने के पौधे (Mint Plant) की गुजरात (Gujarat) में काफी मांग है।

दिंडोरी : शरीर के विभिन्न रोगों (Diseases) को दूर करने के गुण वाले पुदीने के पौधे (Mint Plant) की गुजरात (Gujarat) में काफी मांग है। महाराष्ट्र (Maharashtra) के पुदीना कर गुजरात में उच्च मांग होने से यहां के किसान पुदीने की खेती की ओर अधिक आकषिर्त हो रहे हैं। हैजा, कफ, गंध नाशक, पेट दर्द का कारगर इलाज और खाने में कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ उपयोग में लाए जाने वाले पुदीने की गुजरात में मांग बढ़ गई है।

सुरत में रात के समय मंडी समीती में पुदीना पहुंचाना पड़ता है। साथ ही अहमदाबाद में भी हर रोच पुदीना विक्री के लिए भेजा जा रहा है। अहमदाबाद में रात 11 और तड़के 5 बजे सब्जियों की थोक मंडी भरती है। बड़ी मात्रा में सब्जियों की खरीदी विक्री के माध्यम से आर्थिक लेनदेन होता है। वर्तमान में सिन्नर तहसील के दोडी और दिंडोरी तहसील के अवनखेड और लखमापुर में पुदीना विक्री के लिए भेजा जाता है। गुजरात में कीलो के भाव से खरीदी विक्री का व्यवहार होता है। 20 कीलो वजन का व्यवहार किया जाता है। बारदान के थैले में पुदीना रख कर व्यवस्थित पॅकिंग और सिलाई की जाती है।
बढ़ाते हुए पुदीने को काट दिया जाता है
प्लास्टीक के थैलों में पुदीना गरम हो कर खराब हो जाता है। इसलिए बारदान के थैले में या गोनी में उसे भर कर भेजा जाता है। पुदीना सूख ना जाए इसके लिए हर 2 घंटे पर वाहन को रोक कर सर्विस स्टेशन में पानी की फुहार प्रेशर के साथ बारदान के थैलों पर मारी जाती है। पुदीने का गीलापन और ताजगी को बनाए रखने से अच्छे दाम मिलते हैं। साथ ही गीलेपन से पुदीने की सुगंध भी कायम रहती है और अधिक सुगंध वाले पुदीने के दाम भी अच्छे लगाए जाते है। पुदीने को ताजा रखने के लिए उत्पादक का मेहनत करनी पड़ती है। पुदीने पर किसी भी रोग का प्रादूरर्भाव नहीं होता। इस बढ़ाने के लिए खाद और पानी की अधिक मात्रा लगती है। एक फुट की ऊंचाई से अधिक ना बढ़ाते हुए पुदीने को काट दिया जाता है।
पुदीने के चटनी की बड़ी मांग है
गुजरात राज्य में पुदीने के चटनी की बड़ी मांग है। साथ ही सब से अधिक मांग पानीपुरी विक्रेताओं की होती है। पानीपुरी का पानी तैयार करने के लिए पुदीने का अधिक मात्रा में उपयोग किया जाता है। साथ ही दवाई के रुप में भी पुदीने की गोलियां तैयार करने वाले कारखाने भी गुजरात में ही हैं। डाकोर गांव में इस प्रकार की गोलियों के उत्पादक हैं। विभिन्न गुणधर्म और खासियत रखने वाले पुदीने का आकर्षण गुजरात राज्य में अधिक होने से मांग भी काफी बढ़ गई है।
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