गुजरात

गेमिंग जोन अग्निकांड में मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री ने दो-दो लाख रुपये अनुग्रह राशि की घोषणा की

Sanjna Verma
26 May 2024 12:43 PM GMT
गेमिंग जोन अग्निकांड में मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री ने दो-दो लाख रुपये अनुग्रह राशि की घोषणा की
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गुजरात : विज्ञप्ति के मुताबिक, बाद में पटेल ने बचाव एवं राहत कार्य और स्थानीय प्रशासन द्वारा उठाए गए अन्य उपायों के संबंध में राजकोट के हीरासर हवाई अड्डे पर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को अग्निकांड की गहन जांच करने और त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजकोट शहर के एक ‘गेम जोन’ में आग लगने की घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजन के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने रविवार को यह जानकारी दी। पीएमओ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि हादसे में घायल लोगों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे। गुजरात सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिजन को 4-4 लाख रुपये और घायल व्यक्तियों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की है।

अधिकारियों के मुताबिक, राजकोट में शनिवार शाम लगी भीषण आग में 27 लोगों की मौत हो गयी थी, जिसमें 12 साल से कम उम्र के चार बच्चे भी शामिल थे। इस हादसे में तीन लोग घायल हो गए। ये सभी यहां गेम जोन में गर्मियों की छुट्टियों का आनंद ले रहे थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने रविवार सुबह राजकोट का दौरा किया। उन्होंने अग्निकांड स्थल का निरीक्षण किया और पीड़ितों के परिजनों से भी मुलाकात की।
विज्ञप्ति के मुताबिक, बाद में पटेल ने बचाव एवं राहत कार्य और स्थानीय प्रशासन द्वारा उठाए गए अन्य उपायों के संबंध में राजकोट के हीरासर हवाई अड्डे पर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को अग्निकांड की गहन जांच करने और त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि शवों की पहचान के लिए उनके नमूने एकत्र किए गए और डीएनए विश्लेषण के लिए गांधीनगर में एक फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में भेजे गए हैं।
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