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फाइल फोटो
गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने गृह राज्य गुजरात के दौरे पर रहेंगे।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने गृह राज्य गुजरात के दौरे पर रहेंगे। पीएम मोदी सुबह लगभग 10:15 बजे नवसारी में 'गुजरात गौरव अभियान' के दौरान कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसके बाद दोपहर करीब 12:15 बजे वह नवसारी में नाइक हेल्थकेयर कॉम्प्लेक्स और निराली मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल का उद्घाटन करेंगे। पीएम दोपहर लगभग 3:45 बजे अहमदाबाद के बोपाल में भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (IN-SPACe) के मुख्यालय का उद्घाटन करेंगे।
'गुजरात गौरव अभियान' नाम के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे
दौरे के दौरान पीएम 'गुजरात गौरव अभियान' नाम के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम के दौरान वह नवसारी के आदिवासी क्षेत्र खुदवेल में करीब 3050 करोड़ रुपये की विकास पहल का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसमें 7 परियोजनाओं का उद्घाटन, 12 परियोजनाओं का शिलान्यास और 14 परियोजनाओं का भूमि पूजन शामिल हैं। इन परियोजनाओं से क्षेत्र में पानी की सप्लाई में सुधार के साथ-साथ कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने और जीवनयापन को आसान बनाने में मदद मिलेगी।
नवसारी में एक मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन भी करेंगे
इसके अलावा प्रधानमंत्री तापी, नवसारी और सूरत जिलों के निवासियों के लिए 961 करोड़ रुपये की 13 जलापूर्ति परियोजनाओं के लिए भूमि पूजन करेंगे। वह नवसारी जिले में एक मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन भी करेंगे, जिसे लगभग 542 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा, जो क्षेत्र के लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल प्रदान करने में मदद करेगा।
जल सप्लाई परियोजना का उद्घाटन करेंगे
प्रधानमंत्री लगभग 586 करोड़ की लागत से निर्मित मधुबन बांध आधारित एस्टोल क्षेत्रीय जल सप्लाई परियोजना का उद्घाटन करेंगे। साथ ही, प्रधानमंत्री द्वारा 163 करोड़ रुपये की 'नल से जल' परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा। इन परियोजनाओं से सूरत, नवसारी, वलसाड और तापी जिलों के निवासियों को सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध होगा।
जून 2020 में IN-SPACe की स्थापना को मंजूरी मिली थी
IN-SPACe के अध्यक्ष पवन कुमार गोयनका ने बताया कि "आज IN-SPACe के साथ-साथ अंतरिक्ष उद्योग के लिए एक बहुत बड़ा दिन है, क्योंकि प्रधानमंत्री स्वयं दुनिया को IN-SPACe बनाने के पीछे का विजन और यह कैसे भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र को बढ़ावा देगा इसके बारे में बताने जा रहे हैं।" प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जून 2020 में IN-SPACe की स्थापना को मंजूरी दी थी।
IN-SPACe एक नोडल एजेंसी की तरह काम करेगा
उन्होंने कहा कि IN-SPACe एक नोडल एजेंसी होगी, जो अंतरिक्ष गतिविधियों और गैर-सरकारी निजी संस्थाओं को अंतरिक्ष से जुड़ी सुविधाओं के विभाग के उपयोग की अनुमति देगी। इसका मकसद अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए ज्यादा से ज्यादा निजी भागीदारी को सुनिश्चित करना होगा। यह एजेंसी जून 2020 में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित प्रक्षेपण यान और उपग्रहों के निर्माण सहित अंतरिक्ष गतिविधियों की अनुमति और निगरानी करेगी।
निजी कंपनी और इसरो के बीच सेतु का काम करेगी
इस केंद्र का उद्देश्य स्पेस टेक्नोलॉजी में काम कर रही निजी कंपनी को बढ़ावा देना है। निजी कंपनी को अंतरिक्ष से संबंधित कार्यों में शामिल किया जाना है। सरल शब्दों में कहा जाय तो IN-SPACe एक अलग केंद्र या फिर एक अलग संस्था स्थापित की गई है, जो निजी कंपनी और इसरो के बीच सेतु का काम करेगी।
इस सेंटर को चलाने की जिम्मेदारी दो व्यक्तियों को सौंपी गई है, जिनमें से एक राजीव ज्योति हैं, जिन्होंने अहमदाबाद स्पेस एप्लीकेशन सेंटर (SAC) में एसोसिएट निदेशक के रूप में भी काम किया है। इसके अलावा बेंगलुरु में इसरो मुख्यालय में ड्यूटी कर चुके पीके जैन भी सेंटर में तैनात रहेंगे। जहां प्रधानमंत्री मोदी ने स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं, वहीं अब इस कदम का मकसद स्पेस सेंटर के जरिए भी निजी स्टार्टअप को बढ़ावा देना है।
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