Patan: रैगिंग मामले में 15 सीनियर मेडिकल छात्रों पर प्राथमिकी दर्ज
पाटण: गुजरात के पाटण स्थित धारपुर मेडिकल कॉलेज के एक विद्यार्थी की मौत मामले में 15 सीनियर विद्यार्थियों को सस्पेंड करने के बाद सोमवार इन सभी के खिलाफ बालिसना थाने में बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। कॉलेज की रैगिंग कमेटी की रिपोर्ट के बाद यह केस दर्ज करने की कार्रवाई की गई है। दूसरी ओर धारपुर मेडिकल कॉलेज में रविवार शाम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के विद्यार्थियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। देर रात तक आंदोलित छात्रों और पुलिस के बीच रस्साकशी का माहौल रहा। विद्यार्थी रैगिंग का विरोध कर रहे थे। धारपुर पुलिस के अनुसार पाटण-उंझा रोड पर स्थित धारपुर मेडिकल कॉलेज में शनिवार रात अनिल मेथाणिया नामक विद्यार्थी अचानक बेहोश होकर गिर गया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस कॉलेज पहुंची और छात्र के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। पूछताछ में पता चला कि कॉलेज के सीनियर छात्र मृतक अनिल मेथाणिया के साथ रैगिंग कर रहे थे, इस दौरान वह बेहोश होकर गिर गया। बताया गया कि सिर में चोट लगने से उसकी मौत हुई है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सही कारण सामने आएगा।
घटना के बाद कॉलेज के डीन हादिक शाह ने कमेटी से जांच के बाद दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की जानकारी दी थी। रविवार देर शाम जांच कमेटी की रिपोर्ट में 15 सीनियर विद्यार्थियों को दोषी बताया गया। इस रिपोर्ट के आधार पर कॉलेज प्रशासन की ओर से 15 विद्यार्थियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस उपाधीक्षक के के पंडया ने बताया कि धारपुर मेडिकल कॉलेज में रैगिंग होने की जानकारी मिली है। दूसरे वर्ष के विद्यार्थी प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को मेडिकल कॉलेज के कॉमन रूम में बुलाकर जबर्दस्ती गीत गाने और डांस करने के लिए दबाव डाल रहे थे। जूनियर विद्यार्थियों को लगातार साढ़े तीन घंटे तक खड़ा रखा गया। उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। इस घटना में रैगिंग करने के पहले का चैट भी सामने आया है। इसके अनुसार विद्यार्थियों को उनके गांव-शहर के अनुसार बुलाया गया था। एक पीड़ित विद्यार्थी के अनुसार शनिवार रात साढ़े 8 बजे उन्हें रूम में बुलाया गया था। इसका संदेश वाट्सएप में उन्हें भेजा गया था। रूम में सीनियर विद्यार्थी उन्हें अश्लील डांस करने और 10 गाली बोलने को बोल रहे थे। हालांकि मृतक छात्र अनिल मेथाणिया ने ऐसा करने से मना किया था। इस पर सीनियर विद्यार्थी ने उसे धमकी देते हुए बोला कि वह ऐसा नहीं करेगा तो उसे चम्मच से बाल्टी में पानी भरना होगा।