गुजरात

गांधीनगर में पुरानी पेंशन योजना व सातवें वेतन आयोग के लिए 72 कर्मचारी संगठनों का आंदोलन शुरू

Kunti Dhruw
9 May 2022 6:38 PM GMT
गांधीनगर में पुरानी पेंशन योजना व सातवें वेतन आयोग के लिए 72 कर्मचारी संगठनों का आंदोलन शुरू
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पुरानी पेंशन योजना व सातवें वेतन आयोग को लागू करने की मांग को लेकर गुजरात के 72 कर्मचारी संगठनों ने गांधीनगर में आंदोलन शुरू किया है।

अहमदाबाद, पुरानी पेंशन योजना व सातवें वेतन आयोग को लागू करने की मांग को लेकर गुजरात के 72 कर्मचारी संगठनों ने गांधीनगर में आंदोलन शुरू किया है। इससे पहले राज्य सरकार को कर्मचारियों की ओर से ज्ञापन भेजा गया लेकिन, सरकार ने वार्ता के लिए नहीं बुलाया। विधानसभा चुनाव से पहले राज्य कर्मचारियों के 72 संगठनों ने पहली बार गुजरात राज्य संयुक्त कर्मचारी मोर्चा के बैनर तले लामबद्ध होकर सरकार के खिलाफ आंदोलन की घोषणा की है। करीब एक लाख कर्मचारी गांधीनगर में सोमवार से आंदोलन पर बैठे हैं।मोर्चा के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह जाडेजा ने कहा कि राज्य में पुरानी पेंशन स्कीम और सातवें वेतन आयोग को लागू करने, फिक्स वेतन व्यवस्था को समाप्त करने जैसी मांग को लेकर कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अपने समर्थक कर्मचारी संगठनों के नेताओं से बातचीत कर रही है, जो राज्य के सबसे पुराने व बड़े कर्मचारी संगठनों का अपमान है। गौरतलब है कि राजस्थान सरकार की ओर से गत बजट सत्र में कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना लागू करने की घोषणा के बाद से गुजरात में भी यह मांग जोर पकड़ती जा रही है।

गौरतलब है कि गत दिनों गुजरात के भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने राज्य के लोगों को सचेत करते हुए कहा था कि यहां आने वाले महाठग से सावधान रहें। उनका इशारा दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल की ओर था। पाटिल ने उन्हें खालिस्तान समर्थक बताया। सूरत में शनिवार को आयोजित भाजपा की रैली के बाद वह पेज प्रमुखों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि गुजरात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जीत के रथ को कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने कहा कि लोग महाठग से सावधान रहें। यहां के लोगों को मुफ्त की चीजें नहीं पचती हैं। केजरीवाल को खालिस्तान समर्थक बताते हुए कहा कि जब भी उनके नाम का उल्लेख करें, तो ठग बताकर ही करें। आम आदमी पार्टी व भारतीय ट्राइबल पार्टी के गठबंधन पर कहा कि कमजोर दल ही ऐसा करते हैं। राज्य में इस बार कांग्रेस का खाता भी नहीं खुलेगा। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के खिलाफ टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी ही पार्टी का बंटाधार कर दिया।
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