गुजरात

क्या चिकन सैंडविच चर्चा का विषय है? निर्दलीय MLA जिग्नेश मेवानी ने कांग्रेस छोड़ने को लेकर हार्दिक पटेल पर बोला हमला

Renuka Sahu
21 May 2022 2:05 AM GMT
Is chicken sandwich a topic of discussion? Independent MLA Jignesh Mevani attacked Hardik Patel for leaving Congress
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फाइल फोटो 

पाटीदार समुदाय के नेता हार्दिक पटेल के कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद लगातार उन पर हमला बोला जा रहा है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाटीदार समुदाय के नेता हार्दिक पटेल के कांग्रेस पार्टी छोड़ने (Hardik Patel Resigned From Congress) के बाद लगातार उन पर हमला बोला जा रहा है. अब मामले में गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने हार्दिक पटेल (Jignesh Mewani on Hardik Patel) द्वारा कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने और "अपमानजनक" तरीके से पार्टी को छोड़ने को लेकर उन पर निशाना साधा है. मेवानी ने कहा कि हार्दिक पटेल की सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व तक सीधी पहुंच थी. मेवाणी ने साथ ही चिकन सैंडविच के जिक्र को लेकर कहा कि क्या यह चर्चा का विषय है?

मेवानी 2017 में बनासकांठा जिले के वडगाम से कांग्रेस के समर्थन से जीतकर निर्दलीय विधायक बने थे. मेवानी ने अहमदाबाद में कांग्रेस कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही. हालांकि, वह आधिकारिक तौर पर पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं. मेवानी ने हार्दिक पर निशाना साधते हुए कहा, अगर आपको कांग्रेस से दिक्कत होती तो आप सम्मानजनक तरीके से पार्टी छोड़ सकते थे. लेकिन, आपने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की भाषा को इस तरह चुना जैसे कि आपका इस्तीफा पत्र भाजपा कार्यालय से बनकर आया हो.
मेवानी बोले- आपकी टिप्पणी अमर्यादित थी
मेवानी ने कहा, आपकी टिप्पणी अमर्यादित थी. चर्चा में चिकन सैंडविच लाने की क्या आवश्यकता थी, क्या यह चर्चा का विषय है? हार्दिक पटेल ने इस्तीफा देते समय अपने पत्र में कहा था कि कांग्रेस के शीर्ष नेता अपने मोबाइल फोन में व्यस्त रहते थे और गुजरात में पार्टी के पदाधिकारी उनके लिए चिकन सैंडविच की व्यवस्था करने में अधिक रुचि रखते थे.
"पार्टी में नहीं रहना चाहते थे तो गरिमा से लेते विदाई"
हार्दिक पटेल ने अपने इस्तीफे में राहुल गांधी को भी घेरा था. इसके जवाब में जिग्नेश मेवानी ने कहा कि 'क्या आप राहुल गांधी को टारगेट करते हैं? वह आदमी जिसने तुम्हें प्यार-सम्मान दिया. जिस व्यक्ति के जरिए आपकी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंच थी, मेरी नहीं. 26-27 साल की उम्र में उन्होंने आपको कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया, आपको लाड़-प्यार किया, आपको स्टार प्रचारक बनाया. इन सबके बावजूद अगर आपकी छोटी सी मांग पूरी नहीं होने के कारण पार्टी में नहीं रहना चाहते तो गरिमा के साथ विदाई ले सकते थे है. अल्पेश ठाकोर ने भी कांग्रेस छोड़ी, लेकिन अपनी गरिमा को कायम रखा.
इधर कांग्रेस ने भी हार्दिक पर आरोप लगाया है कि पिछले 6 सालों से वो बीजेपी के संपर्क में थे. गुजरात के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने आरोप लगाया कि हार्दिक के इस्तीफे में शब्द बीजेपी के हैं. हार्दिक पटेल के कांग्रेस छोड़ने के बाद गुजरात में पार्टी के नेताओं ने उन पर हमला किया उन्हें बेईमान और अवसरवादी करार दिया. उन पर पिछले 6 सालों से सत्तारूढ़ बीजेपी के संपर्क में रहने का भी आरोप लगाया.
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